आर्यन खान क्रूज ड्रग्स केस में नया मोड़ आ गया है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के एक गवाह ने ब्यूरो के जोनल हेड समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया है कि उन्होंने केपी गोसावी के साथ साठ-गांठ की और उसके एवज में उन्हें पैसे भी मिले। यह दावा प्रभाकर सैल ने किया है, जो खुद को केपी गोसावी का बॉडीगार्ड बताता है।
गोसावी वही निजी जासूस हैं, जिन्होंने 2 अक्टूबर को आर्यन को एनसीबी हिरासत में लेने वाले दिन उनके साथ सेल्फी ली थी। सोशल मीडिया पर सेल्फी बहुत वायरल हुई थी। 3 अक्टूबर को एनसीबी ने आर्यन को गिरफ्तार किया था। उस समय एनसीबी ने कहा था कि वह बाहरी लोगों की भी मदद लेती है। इस आरोप को लेकर समीर वानखेड़े ने मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वह इसका करारा जवाब देंगे।
गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर ने मीडिया से बात करते हुए एक नोटरी हलफनामे में कई खुलासे किए हैं। उन्होंने दावा किया कि गोसावी और किसी सैम डि’सूजा को 25 करोड़ रुपए की बात करते सुना था और 18 करोड़ रुपए में डील तय हुई थी। गोसावी और सैम ने कथित तौर पर 18 में से 8 करोड़ रुपए एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को देने की बात कही थी। प्रभाकर ने यह भी कहा है कि उन्होंने केपी गोसावी से यह कैश लेकर सैम डि’सूजा को दिया था। प्रभाकर ने बताया कि उनसे पंचनामा का पेपर बताकर जबरन 10 खाली कागजों पर साइन करवाए गए थे। उनका आधार कार्ड मांगा गया। उन्हें इस गिरफ्तारी के बारे में कुछ नहीं पता था।
एनसीबी की तरफ से 6 अक्टूबर को जारी की गई प्रेस रिलीज में प्रभाकर का नाम गवाह के तौर पर शामल किया गया था। प्रभाकर ने यह भी बताया कि गोसावी कई दिन से लापता हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी जान और आजादी को लेकर खतरा महसूस हो रहा है, इसलिए उन्होंने यह एफिडेविट फाइल किया है। इस ड्रग्स केस में प्रभाकर का दावा है कि वह किरण गोसावी के बॉडीगार्ड के रूप में काम करता था। नोटरी हलफनामे में प्रभाकर ने यह दावा किया है कि वह छापे वाली रात गोसावी के साथ था। प्रभाकर ने यह भी बताया कि उसने गोसावी को सैम नाम के आदमी से एनसीबी के दफ्तर के पास मिलते देखा था। प्रभाकर का कहना है तभी से गोसावी रहस्यमयी तरीके से फरार है। उसने कहा कि मुझे समीर वानखेड़े से जान का खतरा है। प्रभाकर ने रेड के समय के कुछ वीडियो और फोटो भी पेश किए हैं।
