डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित लोगों में हॉस्पिटिल में भर्ती होने और मृत्यु का जोखिम 50-70 प्रतिशत कम है। देश में ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की एक स्टडी में यह दावा करते हुए बताया गया है कि ओमिक्रॉन से रिकवर होने के बाद जो एंटीबॉडी शरीर में बनती हैं, वह डेल्टा सहित अन्य कोविड-19 वैरिएंट पर भी प्रभावी हैं।
रिसर्च के अनुसार ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों में काफी अच्छा इम्यून रिस्पांस देखने को मिला है, जो डेल्टा के साथ कोरोना के अन्य वैरिएंट को भी बेअसर कर सकता है। इससे वापस से डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित होने की संभावना काफी कम हो जाती है। ओमिक्रॉन से विकसित हुई एंटीबॉडीज कोरोना के अन्य वैरिएंट पर भी काफी असरदार है।
इस रिसर्च में जिन 39 लोगों ने भाग लिया था, उनमें भारत के अलावा दूसरे देशों से आए लोग भी शामिल थे। 39 लोगों में से 28 संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण/पश्चिम/पूर्वी अफ्रीका, मध्य पूर्व, अमेरिका और यूके से लौटे थे और 11 लोग उनके संपर्क में आए थे। ये सभी लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित थे।
