कोटा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के दिए बयान से आक्रोशित कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम हाई-वे 52 पर बल्लोप के निकट उनको काले झंडे दिखाए। करीब पन्द्रह मिनट तक हाई-वे पर रोके रखा। कुछ कार्यकर्ताओं ने पत्थर भी फेंके। बीच बचाव में पूनिया के पीएसओ रामरतन के कपड़े फट गए। घटनाक्रम की पूरी जानकारी बूंदी पुलिस को दी गई। उसके बाद पूनिया जयपुर के लिए रवाना हुए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पूनिया कार्यकर्ताओं के साथ जयपुर लौट रहे थे। तभी बूंदी जिले की सीमा में बल्लोप के निकट कांग्रेस नेता राजेन्द्र सांखला के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जमा हो गए। उन्होंने हाई-वे पर पूनिया की कार को रोक लिया और जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में काले झंडे लिए हुए थे, जो पूनिया की गाड़ी पर फेंके। वे पूनिया के कोटा में कांग्रेस के खिलाफ दिए बयान से आक्रोशित थे। बीच बचाव करने आए पूनिया के पीएसओ की शर्ट फट गई और बटन टूट गए। इधर, अचानक हुए घटनाक्रम से पूनिया और वाहन में सवार भाजपा कार्यकर्ता सहम गए। उन्होंने बूंदी पुलिस को सूचना दी और बीच-बचाव कर निकले। घटनाक्रम के बाद बूंदी सहित प्रदेशभर में भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष पैदा हो गया।
घटना की जानकारी देते हुए खुद पूनिया ने बताया, जयपुर जाते वक्त बल्लोप के निकट हाई-वे पर मेरी कार को रोक लिया। पत्थर फेंके। इस मामले की मैने बूंदी एसपी को सूचना दी। हम निहत्थे थे और कुछ करने की स्थिति में नहीं थे। हमलावरों से बीच बचाव कर निकले। हमलावर धारीवाल जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। प्रदेश में अराजकता का ऐसा माहौल पहली बार दिखा।
