इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के राजस्थान रोडवेज को दिए जाने वाले डीजल की दरों में वृद्धि करने के बाद रोडवेज ने अपने सभी डिपो को खुले बाजार से डीजल भरवाने के आदेश दे दिए हैं। अब रोडवेज बसें खुले बाजार से डीजल भरवाएंगी। इसका भुगतान भी रोडवेज के संबंधित डिपो की उस दिन की आमदनी से ही कर दिया जाएगा। मतलब, अब एचपीसीएल और आईओसीएल के रोडवेज डिपो के पंपों पर सप्लाई वाले डीजल का रोडवेज बसों में ही उपयोग नहीं होगा। ऐसा रोडवेज ने खर्च घटाने के लिए किया है। यही नहीं रोडवेज ने अपने यहां चलने वाली इंटरस्टेट बसों के लिए सस्ता होने पर पड़ोसी राज्यों से डीजल भरवाने के आदेश दिए हैं। रोडवेज पड़ोसी राज्यों से डीजल खरीदकर राज्य सरकार को राजस्व का भी नुकसान करवाएगी।
रोडवेज पूरे प्रदेश में बल्क में डीजल खरीदता है। तेल कंपनियां एचपीसीएल और आईओसीएल उन्हें कुछ दिन पहले तक 89.56 रुपए प्रति लीटर में डीजल उपलब्ध करवा रही थी। पिछले दिनों इसे बढ़ाकर 104 रुपए के आसपास कर दिया। बाजार भाव से भी ज्यादा कीमत में डीजल रोडवेज बसों को मिलने पर खुले बाजार से डीजल खरीदने के आदेश सभी डिपो को दे दिए गए। देश में सबसे महंगा डीजल श्रीगंगानगर में बिक रहा है। यहां भी सामान्य डीजल के रिटेल दाम शनिवार को 95.26 रुपए ही हैं। खुले में सस्ता डीजल होने से रोडवेज बाहर के पेट्रोल डीलरों से इसके लिए बात कर रहा है।
इसके लिए रोडवेज प्रत्येक डिपो में लोकल पेट्रोलियम डीलर से बात करेगा। वहां से पचास पैसे प्रति लीटर की छूट ली जाएगी। डीजल सही भरा जा रहा है, इसका ध्यान रखने के लिए रोडवेज का एक कर्मचारी संबंधित डिपो पर रहेगा। वह एक रजिस्टर मेंटेन करेगा। संबंधित फर्म के बिल और रजिस्टर का मिलान होने पर भुगतान किया जाएगा। इसके साथ ही राजस्थान से इंटर स्टेट चलने वाली बसों में पड़ोसी राज्यों में सस्ता डीजल होने पर वहां से ही डीजल भरवाने के निर्देश दिए गए हैं। संबंधित राज्य की सीमा से सटा राजस्थान का डिपो ही इसके लिए पड़ोसी राज्य के पेट्रोलियम डीलर से बात करेगा। वहां से ही ये बसें डीजल भरवाएंगी।
