140 दिन के विराम के बाद सरकारी तेल कंपनियों ने 22 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमत में जो बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू किया, वो आज भी जारी रहा। आज पेट्रोल और डीजल के दामों में 80 पैसे से अधिक की बढ़ोतरी की गई है। जयपुर में पेट्रोल के दाम में 88 पैसे और डीजल के दाम में 82 पैसे की बढ़ोतरी की गई है, जो पूरे देश तो नहीं, पूरे उत्तर भारत में सबसे अधिक है। इस बढ़ोतरी के बाद जयपुर में डीजल के दाम बढ़कर हुए 93 रुपए 17 पैसे और पेट्रोल के दाम बढ़ कर हुए ₹109 रुपए 69 पैसे हो गए हैं। यहां चार दिन के अंतराल में ही डीजल हुआ ₹2 रुपए 47 पैसे महंगा, जबकि पेट्रोल ₹2 रुपए 63 पैसे महंगा हो गया है।
इस बढ़ोतरी के बाद जयपुर में एक लीटर पेट्रोल पर 51 रुपए से अधिक का टैक्स वसूला जा रहा है और करीब 43 रुपए प्रति लीटर डीजल पर वसूला जा रहा है। जिस तरह की 80 पैसे से अधिक की बढ़ोतरी रोज पेट्रोल और डीजल में हो रही है, इसमें भी करीब 35 से 45 पैसे का टैक्स बोझ हर रोज आम आदमी पर बढ़ता जा रहा है।
इस तरह की बढ़ोतरी कमोबेश पूरे देश में आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई है। सारे देश में 80 पेट्रोल और डीजल के दामों में 80 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। एक साथ लगातार तीन-चार दिन तक इतनी बढ़ी बढ़ोतरी इसके पहले कभी नहीं की गई है।
इधर, तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में इस बढोतरी को तर्कसंगत ठहराने की कोशिश भी शुरू कर दी है। मीडिया में खबर जारी की गई है कि कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी से देश की शीर्ष तीन पेट्रोलियम कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है। लेकिन ये नहीं बताया जा रहा है कि पेट्रोल और डीजल के दामों में करीब 50 प्रतिशत तो टैक्स है, जो सरकार चाहे तो कम कर सकती है और तेल कंपनियों के नुकसान की भरपाई भी इससे हो सकती है। तब आम आदमी को महंगाई का बोझ भी नहीं उठाना होगा।
