
सवाईमाधोपुर के रणथंभौर टाइगर रिजर्व में अब मप्र, महाराष्ट्र औऱ उत्तराखंड से महंगी टाइगर सफारी होगी। देश-दुनिया से बाघों को देखने आते सैलानियों को अब एक जिप्सी (6 सवारी) पर 7 हजार 80 रुपए देना होगा। प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व में भी सफारी शुल्क में इजाफा किया गया है।
रणथंभौर टाइगर रिजर्व पर्यटन के डीएफओ संदीप चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर टीआरडीएफ फंड में दस प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है, जिसके चलते जिप्सी में प्रति पर्यटक 21 रुपए और केंटर में 8 रुपए प्रति पर्यटक की दर में इजाफा हुआ है। ये दरें26 अप्रैल से प्रभावी होगी।
टाइगर रिजर्व डेवलपमेंट फाउंडेशन (टीआरडीएफ) की ओर से टाइगर सफारी के लिए किराया लिया जाता है। अब इस किराए में दस प्रतिशत का इजाफा किया गया। पहले एक जिप्सी (6 सवारी) पर 7 हजार 80 रुपए देने होते थे। अब सैलानियों को 7,206रुपए देने होंगे। पहले केंटर (20 सवारी) 14, 620 रुपए थे। अब 14,780 रुपए देने होंगे। नए नियम के अनुसार जिप्सी पर 21 रुपए और केंटर पर 8 रुपए ज्यादा देना होगा।
रणथंभौर में देश में सबसे अच्छी टाइगर साइटिंग के कारण प्रसिद्ध है। यहां हर साल टाइगर सफारी का किराया बढ़ाया जा रहा है। वन विभाग की ओर से चार साल पहले भी किराए में दस प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। तब से हर साल टाइगर सफारी के किराए में इजाफा हो रहा है। किराए में लगातार बढ़ोतरी से रणथंभौर में देश की सबसे मंहगी टाइगर सफारी हो गई है।
वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसारमहंगा होने के बाद भी रणथंभौर में पर्यटक ज्यादा आते है। यहां बाघों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा जंगल सूखा होने के कारण पर्यटकों को टाइगर साइटिंग आसानी से होती है।
उधर, मध्यप्रदेश में भारतीय व विदेशी पर्यटकों के लिए सामान्य और प्रीमियम दिनों में भ्रमण का किराया अलग-अलग है। सामान्य दिनों में पहले भारतीय व विदेशी 6 पर्यटकों के लिए जिप्सी से भ्रमण का किराया 1500 रुपए था। पिछले साल किराया बढ़ाकर प्रीमियम दिनों में भारतीय पर्यटकों के लिए 3 हजार और विदेशी पर्यटकों के लिए 6000 रुपए किराया किया गया। सामान्य दिनों में भारतीय पर्यटकों के लिए 2400 व विदेशी पर्यटकों के लिए शुल्क 4800 रुपए निर्धारित किया गया हैं।
वहीं, महाराष्ट्र के वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में 6 पर्यटकों से जिप्सी के 1770 रुपए वसूला जाता हैं। कैंटर में सफारी के एक पर्यटक से 354 रुपए चार्ज किये जाते हैं। राज्य के ताड़ोबा नेशनल पार्क का एरिया करीब 2000 वर्ग किमी है। यहां पर बनाए गए पर्यटन जोन भी अन्य पार्कों की तुलना में काफी बड़े हैं। यहां एक रूट पर करीब 80 से 100 किमी की सफारी पर्यटकों को कराई जाती है, लेकिन यहां भी रणथंभौर की तुलना में काफी कम किराया है।इसी प्रकार उतराखंड के जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में टाइगर सफारी का किराया5400 रु, है, जो रणथम्भौर से कम है।