वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद में आज टीम सर्वे वीडियोग्राफी करने पहुंची। टीम में कोर्ट कमिश्नर सहित हिंदू और मुस्लिम पक्ष के वादी और वकील शामिल थे। जब यहां टीम पहुंची थी तो दोनों पक्षों की ओर से जमकर नारेबाजी की गई थी। हालांकि अब परिसर के बाहर शांति है।
आज जुमे की नमाज थी। इसलिए जब टीम वहां सर्वे करने के लिए पहुंची तो लोग ज्ञानवापी मस्जिद पहुंच गए और उन्होंने जमकर नारेबाजी की। हालांकि वहां काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद था और प्रशासन ने हालात को काबू में कर लिया। टीम जब पहुंची तो कुछ युवाओं ने हर-हर महादेव का उद्घोष किया। इस पर कुछ मुस्लिम युवकों ने अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए। कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। दुकानें भी बंद हो गईं थीं।
याचिका दाखिल करने वाली पांचों महिलाओं के अधिवक्ता दिल्ली के शिवम गौड़ ने बताया कि सर्वे पूरा होने में 3 दिन लग सकता है। सर्वे में सम्पूर्ण ज्ञानवापी मस्जिद परिसर और शृंगार गौरी शामिल है। ऐसे में इतने बड़े एरिया का सर्वे रविवार तक पूरा होने की संभावाना है। वाराणसी के एक कोर्ट के आदेश पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम-ज्ञानवापी स्थित शृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों की वीडियोग्राफी और सर्वे का काम हो रहा है। वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी और सर्वे से संबंधित साक्ष्य को सुरक्षित स्थान पर पुलिस कमिश्नर रखवाएंगे। सर्वे से संबंधित रिपोर्ट 10 मई को अदालत में पेश की जाएगी।
ज्ञानवापी परिसर में वीडियोग्राफी को लेकर शुक्रवार सुबह से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। परिसर को होर्डिंग आदि से ढंक दिया गया। मस्जिद में किसी को न घुसने देने की बात कहने वाले अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेट्री एमएस यासीन ने मीडिया से बात करने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि स्वास्थ्य ठीक नहीं है। उधर, दोपहर में एक महिला श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 पर नमाज पढ़ने लगी। यह देखकर पुलिस हरकत में आई और महिला को हिरासत में लिया गया।

