गुना के काले हिरण मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को मार गिराया है, वहीं दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हादसे के बाद से ही पुलिस प्रशासन चेन से नहीं बैठा है। 12 घंटे के अंदर ही आरोपियों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिए गए। वहीं चार आरोपियों को ढेर कर दिया गया औऱ दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी मिली है कि आरोपियों के एनकाउंटर के दौरान एक पुलिसकर्मी घायल भी हो गया है, जिसका नाम वीरेंद्र गुर्जर बताया जा रहा है। जिन चार आरोपियों को मार गिराया है, उसमें पहले का नाम नौशाद मेवाती है, दूसरा मुख्य आरोपी शहजाद है।
गुना जिले में आरोन क्षेत्र में काले हिरण का शिकार कर ले जा रहे बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में बदमाशों ने तीनों पुलिसवालों की गोली मारकर हत्या कर दी है। ये घटना शनिवार अलसुबह 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है। इस घटना में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम की मौत हो गई है। वहीं वाहन चालक को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बरखेड़ा गांव के समीप से शिकारी मोर व हिरण का शिकार कर ले जा रहे हैं, इस पर पुलिस की टीम शिकारियों को घेरने पहुंची थी। मौके पर शिकारियों और पुलिस के बीच जमकर मुठभेड़ हुई। जिसमें तीन पुलिसवालों की मौत हो गई है और एक शिकारी भी मारा गया था। शिकारियों ने 5 हिरण और एक मोर का शिकार किया था।
मुठभेड़ की खबर जैसे ही शनिवार की सुबह सामने आई तो हड़कंप मच गया। सरकार तुरंत एक्शन में आई और खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। इसके साथ ही सीएम ने शहीद हुए तीनों पुलिसकर्मियों के परिजन को 1-1 करोड़ रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया। वहीं सीएम की सख्ती के बाद आरोपियों की धरपकड़ शुरू हुई। 100 से अधिक पुलिसकर्मी जंगल व आसपास के इलाके में उतरे व आरोपियों की तलाश शुरु की। पुलिस ने 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। वहीं शिकारियों के साथ हुई मुठभेड़ के 12 घंटे के अंदर ही सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ की प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही उनके अवैध निर्माण की जानकारियां खंगाली जाने लगीं, इसी के साथ बिदौरिया गांव में आरोपी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया।
