असम में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की कथित मौत के बाद लोगों ने बटादराबा पुलिस स्टेशन में आग लगा दी थी, जिसमें 2 पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। नागांव जिला प्रशासन ने थाने में आग लगाने वाले पांच परिवारों के घरों को बुलडोजर से गिरा दिया। इसके साथ ही 20 आरोपियों को हिरासत में लिया। इसके अलावा हिरासत में कथित तौर पर मौत मामले में निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।
असम पुलिस के महानिदेशक ज्योति महंत ने बताया है कि हम सफीकुल इस्लाम की दुर्भाग्यपूर्ण मौत को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। थाने के ओसी को निलंबित कर दिया गया है। जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसको दंडित किया जाएगा। सेंट्रल रेंज डीआईजी सत्यराज हजारिका ने बताया कि बटादराबा थाने में कल 21 मई को आग लगाने के मामले में हमने 20 लोगों को हिरासत में लिया है। इस मामले में जिन चार महिलाओं का नाम आ रहा है, उन्हें भी हिरासत में लिया गया है।
डी जी पी महंत ने कहा कि हम थाने में आग लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। पुलिस थानों को जलाकर भारतीय न्याय प्रणाली से कोई नहीं बच सकता है। उन्होंने दावा किया कि एक संगठित हमले के तहत पुलिस स्टेशन में आग लगाई गई।
