राजस्थान के सरकारी स्कूलों में टीचर्स की कमी को दूर करने के लिए प्राइवेट टीचर्स नियुक्त किए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिए गेस्ट फैकल्टी योजना शुरू की है। जिसके तहत प्रदेशभर के 700 से ज्यादा स्कूलों में गेस्ट फैकेल्टी के तौर पर प्राइवेट टीचर को नियुक्त किया जाएगा। इन्हें हर महीने 30,000 तक सैलरी दी जाएगी।
शिक्षा विभाग ने महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में 10 हजार टीचर्स की भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली थी, लेकिन 3 महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी टीचर्स ने इन स्कूलों में पढ़ाने के लिए रुचि नहीं दिखाई। लिहाजा शिक्षा विभाग ने गेस्ट फैकल्टी के तौर पर टीचर्स की नियुक्ति करने का फैसला किया है। अब स्कूल स्तर पर आवेदन प्रक्रिया शुरू कर 2022 शैक्षणिक सत्र में ही टीचर्स को पोस्टिंग दी जाएगी।
सरकारी स्कूलों में इन दिनों जो टीचर पढ़ा रहे हैं, उनकी इंग्लिश अच्छी नहीं है। यही वजह है कि इन स्कूलों में टीचर के पद भरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग का मानना है कि निजी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ाने वाले टीचर की इंग्लिश पर अच्छी पकड़ है। कम सैलरी में सरकारी स्कूल में अच्छे टीचर्स की नियुक्ति के लिए ही शिक्षा विभाग ने गेस्ट फेकल्टी योजना शुरू की है।
विभाग के भर्ती नियमों के तहत पूर्व से कार्यरत शिक्षकों के महात्मा गाँधी / अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में साक्षात्कार के माध्यम से पदस्थापन बाद स्वीकृत पदों में से रिक्त रहे पदों पर विद्या सम्बल योजना के तहत गैस्ट फैकल्टी निजी अभ्यर्थियों / सेवा निवृत्त शिक्षकों की नियुक्ति की जा सकेगी। गैस्ट फैकल्टी निजी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में उनके अतिरिक्त 02 वरिष्ठतम शिक्षकों की कमेटी द्वारा स्कूल स्तर पर की जाएगी।
चयनित अभ्यर्थी को गैस्ट फैकल्टी के पद के लिए दिये गये प्रस्ताव पर सात दिन में सहमति प्रदान करनी होगी। इसके साथ ही संस्था प्रधान द्वारा तय किये गये समय पर वे कार्य करने आएंगे। गैस्ट फैकल्टी को पूरी तरह अस्थाई रखा जाएगा। गैस्ट फैकल्टी के रूप में निजी अभ्यर्थियों / सेवा निवृत्त शिक्षकों को उन्हीं दिशा-निर्देशों के अध्यधीन रखा जाएगा, जो वित्त विभाग के परिपत्र दिनांक: 30.03.2021 में वर्णित है।
