भरतपुर के अरौदा गांव पर चल रहा चक्का जाम आज खुल गया। मंत्री विश्वेन्द्र सिंह आज धारण स्थल पर पहुंचे और समाज की तीन मांगों का ज्ञापन पत्र लिया। उन्होंने कहा, मैं समाज की मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाऊंगा। समाज के नेताओं का कहना है कि सरकार अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं करेगी तो आंदोलन के लिए अगली तारीख का ऐलान कर दिया जाएगा।
सरकार ने मंत्री विश्वेंद्र सिंह को आंदोलनकारियों से बात करने के लिए अधिकृत किया था। विश्वेंद्र सिंह बोले कि माली, सैनी, मौर्य, शाक्य, कुशवाह समाज का चल रहा चक्का जाम आज खत्म हो गया है। समाज के लोगों ने तीन मांगों का ज्ञापन सौंपा है, प्रशासन और समाज के लोगों के इस पर हस्ताक्षर हैं। ज्ञापन पर मेरे हस्ताक्षर नहीं हैं, मैं सिर्फ सन्देशवाहक हूं। सन्देश को सीएम तक पहुंचा दूंगा और इनकी मुलाकात करवा दूंगा। उन्होंने कहा कि आंदोलन में कोई जनहानि या धनहानि नहीं हुई। समाज की तीनों मांगें पूरी करने के लिए सिर्फ मुख्यमंत्री अधिकृत हैं।
आंदोलनकारियों का कहना है कि सरकार की अनदेखी के कारण ही 91 घंटे हाइवे जाम रहा। 12 जून को महापंचायत में सरकार का प्रतिनिधि आता तो जाम लगता ही नहीं। महापंचायत के बाद धरना दिया। हाइवे बंद कर दिया। आंदोलनकारियों से बात करने के लिए सरकार ने कमिश्नर सांवरमल वर्मा और मंत्री विश्वेंद्र सिंह को अधिकृत किया। मंत्री विश्वेंद्र सिंह 2 दिन तक आंदोलनकारियों का इंतजार करते रहे, वार्ता करने आंदोलनकारियों की कमेटी के मेंबर नहीं पहुंचे। 14 जून को माली समाज का प्रतिनिधिमंडल आया तो विश्वेंद्र सिंह चले गए। 15 जून को मंत्री विश्वेंद्र सिंह और समाज के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मिले। प्रतिनिधिमंडल ने मांग रखी कि मंत्री धरना स्थल पर आकर ज्ञापन लें। 16 जून यानी आज सुबह मंत्री विश्वेंद्र सिंह धरना स्थल पर पहुंचे, ज्ञापन लिया और धरना उठवाया।
