अजमेर में आज देवी-देवताओं के अपमान के विरोध में हिन्दू समाज की ओर से शांति मार्च निकाला गया। कलेक्ट्रेट पर पहुंचने के बाद कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। मार्च में शामिल एक महिला संत ने कहा कि हिंदुओं की भावनाओं का अपमान हो रहा है। अभद्र टिप्पणियां की जा रही है। बेटियां लव जेहाद का शिकार हो रही हैं। धमकी देकर मारा जा रहा है। तेजाब फेंका जा रहा है। इन सब को रोकना हमारा संकल्प है। इसलिए रैली निकाली जा रही है।
प्रदर्शन के दौरान विधायक अनीता भदेल ने कहा कि देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही हैं। हिंदू समाज सदभावी है। इसकी वजह से सनातन धर्म पर चोट नहीं की जानी चाहिए। शांति मार्च अजंता पुलिया से रवाना हुआ औऱ विभिन्न मार्गों से होता हुआ कलेक्ट्रेट पहुंचा। मार्च में शामिल संगठनों के लोग हाथों में तिरंगा लेकर चले। शांति मार्च में भाजपा के कई नेता व कार्यकर्त्ता और साधु संत शामिल हुए।
कलेक्ट्रेट के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। शांति मार्च के दौरान शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। करीब एक हजार से ज्यादा पुलिस व आरएएसी के जवानों को तैनात किया गया। जगह-जगह बेरिकेडिंग लगाए गए और आरएएसी की बटालियन को भी अलर्ट पर रखा गया। शांति मार्च को व्यापार संघ की ओर से समर्थन दिया गया। व्यापारी भी कुछ घंटों के लिए अपनी दुकानें बंद कर शांति मार्च में शामिल हुए।
