
राजस्थान में मानसून की बारिश ने अब पश्चिमी भाग को तरबतर कर दिया। जोधपुर में लगातार दूसरे दिन भी तेज बारिश हुई। इसी तरह जालोर, पाली, नागौर, जैसलमेर समेत कई जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान 225 एमएम तक बारिश रिकॉर्ड की गई। इससे बरसाती नदियां उफान मारने लगीं हैं।
पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा बरसात जालोर जिले में हुई, जहां 9 इंच से ज्यादा पानी बरसा। भीनमाल में भी तेज बारिश के बाद रोपसी नदी को पार करते तेज बहाव में एक कार बह गई, जिसमें सवार 2 लोगों को ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सुरक्षित निकाला बाहर। नागौर के मेड़ता सिटी में 188 एमएम बारिश के बाद कई इलाकों में पानी भर गया। पाली के रानी, सरदार समंद, बाली, सोजत में अच्छी बरसात के बाद जवाई बांध और हेमावास बांध का गेज भी बढ़ गया।
इधर जोधपुर शहर में लगातार दो दिन हुई तेज बारिश के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। यहां प्रशासन ने आज लगातार दूसरे दिन स्कूलों को बंद रखा। जोधपुर शहर में 64 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, फलोदी, बिलाड़ा, ओसियां, बालेसर समेत अन्य जगहों पर 60 से लेकर 174 एमएम तक बरसात हुई। जोधपुर शहर के रानीसर व पदमसर में तेज बारिश के बाद पहाड़ों से बहकर आया पानी घरों के बाहर झरने की तरह बहता दिखा। भारी बारिश के कारण ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित रहा। कई ट्रेनों को रद्द या दूसरे रूट से संचालित किया गया है।
राजस्थान में इस बार जुलाई के महीने में अच्छी बारिश का नतीजा रहा कि बांधों में पानी की अच्छी आवक हो गई। मानसून से पहले सूखे पड़े जवाई (पाली) बांध का गेज बढ़कर 7 मीटर से ऊपर चला गया है। वहीं बीसलपुर बांध, जिसमें 30 जून तक गेज 309.11 आरएल मीटर था, अब बढ़कर 310.18 आरएल मीटर से ऊपर चला गया है। त्रिवेणी नदी भी कल देर शाम से बहनी शुरू हो गई और नदी का गेज 4.5 मीटर चल रहा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि बांध का गेज अगले 24 घंटे के दौरान 20 से 25 सेमी. और बढ़ सकता है।
मौसम केन्द्र जयपुर ने पाली, नागौर, जोधपुर, जालोर, जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर, अलवर, जयपुर, झुंझुनूं, सीकर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। 29 से 31 जुलाई तक प्रदेश में बारिश होने की संभावना कम है।