
गोकशी मामला गर्माने के बाद भादरा तहसील के गांव गांधीबड़ी और चिड़ियागांधी में लगाया गया कर्फ्यू शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। तहसील में की गई नेटबंदी भी आज जारी रही। दोनों गांवों की गलियों में पुलिस का पहरा रहा। लगातार तीसरे दिन प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने इन गांवों में डेरा जमाए रखा। कर्फ्यू की वजह से गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस दोनों गांवों में लगातार फ्लैग मार्च कर ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है।
गुरुवार शाम को संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन और एडीजी क्राइम ए पोन्नूचामी ने भी कर्फ्यू क्षेत्र का दौरा कर जायजा लेकर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाओं में किसानों को छूट दी गई है। साथ ही हरियाणा की सीमा पर भी चैक पोस्ट स्थापित की गई है। दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है। भादरा के कई भाजपा नेताओं को उनके घर में नजरबंद किया गया है।घटना को लेकर ग्रामीणों में रोष देखा जा रहा है। उनका आरोप है कि पुलिस ने घरों में घुसकर महिलाओं और बच्चों पर लाठीचार्ज किया। बताया जा रहा है कि प्रशासन उच्च स्तरीय बैठक कर मामले की समीक्षा के बाद कर्फ्यू और नेटबंदी पर निर्णय लेगा।
गांव चिड़ियागांधी में 11 जुलाई को ईद पर गोकशी का मामला सामने आया था। सैंपल लैब में भेजे गए तो एफएसएल रिपोर्ट में गोकशी की पुष्टि हुई। इस पर ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। इसके बाद 21 जुलाई से ही क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। मंगलवार रात को आंदोलनकारी ग्रामीणों को खदेड़ने से गुस्साए ग्रामीणों की ओर से बुधवार को निकाली गई रैली के दौरान हालात उस समय तनावपूर्ण हो गए थे, जब पत्थरबाजी हुई व पुलिस की ओर से बल प्रयोग किया गया। पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी चोटिल हुए। रैली के दौरान हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर भिरानी पुलिस थाना में बुधवार देर रात्रि को हत्या प्रयास व राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में 72 जनों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ।