
आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट भी बंद कर दिया गया है। एक दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संगठन को पांच साल के प्रतिबंधित किया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर मौजूद इसके अकाउंट पर लगाम लगाने की बात हुई थी। केंद्र सरकार की कानूनी मांग के बाद आज ट्विटर इंडिया ने पीएफआई के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को बंद कर दिया।
ट्विटर अकाउंट बंद किए जाने के साथ-साथ केरल सरकार ने भी पीएफआई पर एक्शन लिया है। केंद्र सरकार की अधिसूचना के बाद केरल सरकार ने एक आदेश जारी कर पीएफआई और उससे संबंधित संगठनों को गैरकानूनी संघ घोषित कर दिया। केरल सरकार की ओर से यह आदेश आज जारी किया गया है। पीएफआई की जड़ें केरल और तमिलनाडु में मजबूत थी।
पीएफआई को प्रतिबंधित किए जाने से पहले केंद्रीय एजेंसी एनआईए और ईडी ने देशभर में फैले पीएफआई के दफ्तरों पर दो दिन मैराथन छापेमारी अभियान चलाया था। इस दौरान केंद्रीय एजेंसियों ने पीएफआई से जुड़े 150 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। साथ ही कई जगहों पर इसके दफ्तर को सील कर दिया।। केंद्रीय एजेसियों द्वारा हिरासत में लिए गए पीएफआई कार्यकर्ताओं ने पूछताछ के दौरान यह बताया था कि पीएम मोदी के बिहार की राजाधानी पटना दौरे के बाद उनलोगों ने उपद्रव की साजिश रची थी। इससे पहले भी यूपी, केरल, तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों में पीएफआई के सदस्यों पर सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का आरोप लगता रहा है। ऐसे में सरकार ने इसे प्रतिबंधित करने का फैसला लिया। सरकार के इस फैसले का कई लोग समर्थन कर रहे है तो कई विपक्षी नेता पीएफआई की तरह ही आरएसएस पर प्रतिबंध की मांग उठा रहे हैं।