लंबे इंतजार के बाद आखिरकार भारत में 5जी सेवा शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी 2022) का उद्घाटन किया। हालांकि दावा किया जा रहा है कि 5जी की मदद से देश में हाई स्पीड इंटरनेट डाटा मिलेगा, लेकिन नेट की मौजूदा 4जी सुस्त रफ्तार देखते हुए ये दावा भी बेदम निकलने की आशंका है।
5जी लॉन्चिंग के साथ भारत भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जहां लेटेस्ट जेनरेशन की टेलीकॉम सेवाएं मिल रही है। प्रधानमंत्री ने चुनिंदा शहरों में 5जी सेवाओं की शुरुआत की है। आने वाले कुछ सालों में पूरे देश में इसका विस्तार किया जाएगा। भारत पर 5जी का कुल आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 अरब अमेरिकी डॉलर तक होने का अनुमान है। 4जी की तुलना में 5जी नेटवर्क 10 गुना तेज गति देता है।
बताया जा रहा है कि पहले चरण में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे शहर में यह सेवा शुरू की जा रही है। अभी आम लोगों तक सेवा को पहुंचने में वक्त लगेगा। बताया जा रहा है कि 2023 तक देश के हर तहसीन तक 5जी सेवाएं पहुंच जाएंगी।
देश में 5जी को अलग-अलग चरणों में लॉन्च किया जाएगा। जिन 13 शहरों में सबसे पहले यह सेवा मिलेगी, उनमें दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, कोलकाता, जामनगर, लखनऊ, पुणे शामिल हैं। इसके दो साल बाद पूरे देश में 5जी सेवा का तेजी से विस्तार किया जाएगा। दिल्ली के इंदिरागांधी एयरपोर्ट पर यात्रियों को 5जी सर्विस मिलेगी और इसके लिए जीएमआर ग्रुप (दिल्ली एयरपोर्ट को मैनेज करता है) ने कहा कि जिन के पास 5जी मोबाइल और इनेबल्ड सिम कार्ड है, वो इस सुपरफास्ट इंटरनेट का लाभ जल्द ही उठा पायेंगे। टेलीकॉम कंपनियों की मदद से देश के ज़्यादातर एयरपोर्ट पर यात्रियों को फ्री वाईफाई की सेवा मिलती है।
5जी सेवा की शुरुआत से कई फायदे होंगे। इसके साथ नए आर्थिक अवसरों और सामाजिक लाभ मिलेंगे। इससे भारतीय समाज के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति बनने की क्षमता प्रदान करता है। यह देश को विकास की पारंपरिक बाधाओं को दूर करने, स्टार्टअप्स और व्यावसायिक उद्यमों की ओर से इनोवेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। 5जी टेक्नोलॉजी के मदद से बिना किसी रुकावट के हाई स्पीड इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे टेक्नोलॉजी जगत में एक क्रांति के रूप में देखा जा रहा है।
सभी मोबाइल फोन कुछ खास बैंड की फ्रीक्वेंसी पर मिलने वाली सेवा के लिए बने होते हैं। पुराने वर्जन वाले फोन में इस सेवा का आंनद नहीं ले पाएंगे।
