
उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा (50) को ब्रेन हेमरेज हो गया। उनको गंभीर हालत में एमबी हॉस्पिटल लाया गया। चर्चित केस से जुडे़ के होने की वजह से सोमवार दोपहर जयपुर से डॉक्टर्स की एक टीम ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उदयपुर भेजी गई है, जो राजकुमार का इलाज करेगी।
सीएम अशोक गहलोत के निर्देश पर एसएमएस हॉस्पिटल से डॉक्टर्स की टीम उदयपुर के एमबी अस्पताल भेजी गई है। सीएम ने उदयपुर कलेक्टर और डॉक्टर्स से बात कर पूरा इलाज मुहैया करवाने को कहा है। डॉ मनीष अग्रवाल और डॉ राशिम कटारिया सोमवार देर रात तक उदयपुर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा- राजकुमार शर्मा का पुख्ता इलाज हो, यदि उन्हें कहीं दूसरी शिफ्ट करना हो तो शिफ्ट करें।
बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगहाली में होने से राजकुमार 2 महीनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। 5 दिन से उन्हें सिर दर्द हो रहा था। कई बार कहने पर भी वे हॉस्पिटल नहीं जा रहे थे।
राजकुमार की तबीयत खराब होने की सूचना पर प्रभारी मंत्री रामलाल जाट और जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा भी हॉस्पिटल पहुंचे। दोनों न्यूरोलॉजी यूनिट के डॉक्टर्स से मिले। राजुकमार की रिकवरी को लेकर हाल जाना। सुपर स्पेशिलिटी विंग के आईसीयू में राजकुमार शर्मा को भर्ती किया गया है। उनके पास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है।
राजकुमार 8 साल से कन्हैयालाल साहू की मालदास स्ट्रीट में सुप्रीम टेलर्स पर काम करते थे। हमले के वक्त 28 जून को राजकुमार और ईश्वर कन्हैया के साथ मौजूद थे। इसी दौरान बीच-बचाव में हमलावरों ने उन पर भी हमला करने का प्रयास किया था। हालांकि राजकुमार को ज्यादा चोट नहीं आई। इस हत्याकांड के बाद से राजकुमार का पूरा परिवार सदमे में है। 3 महीने बाद दिसंगर में बेटी की शादी होनी है। वो कन्हैया की दुकान के साथ ही रात में ऑनलाइन फूड डिलीवरी का काम करते थे। इस केस के बाद से वो अपने घर पर थे। सुरक्षा और हमले के डर से कभी घर से बाहर नहीं निकल पाए। इसी दौरान आर्थिक तंगी के चलते परेशान थे।
राजकुमार की पत्नी पुष्पा ने बताया कि उनके एक बेटा-एक बेटी है। गवाह बनने के बाद भी राजकुमार की कभी किसी ने आर्थिक सहायता नहीं की। जबकि मुख्य गवाहों में ईश्वर और राजकुमार दोनों शामिल हैं। लंबे समय से उनके पति आर्थिक तंगहाली में थे। बार-बार वे बेटी की शादी की चिंता करते थे। कमाई का कोई जरिया नहीं होने से परेशान हो गए थे।