कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को अभी तक कोई क्लीन चिट नहीं दी गई है। कांग्रेस अनुशासन कमेटी के पास जांच लंबित है, उस पर फैसला नहीं हुआ है। हम अभी उस पर विचार कर रहे हैं।
बुधवार दोपहर जयपुर पहुंचे केसी वेणुगोपाल ने जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा- मैं भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने आया हूं। राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा का बहुत अच्छा रेस्पॉन्स है। एयरपोर्ट से कांग्रेस प्रवक्ता संदीप चौधरी के साथ वेणुगोपाल सवाई माधोपुर के लिए रवाना हो गए।
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट उक्त तीनों नेताओं पर कार्रवाई की मांग कांग्रेस आलाकमान के सामने खुलकर उठा चुके हैं। विधायक दिव्या मदेरणा, इंद्राज गुर्जर, वेदप्रकाश सोलंकी भी गहलोत खेमे के बगावती नेताओं पर कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। पिछले दिनों पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी की अध्यक्षता में कांग्रेस अनुशासन कमेटी (डीएसी) की बैठक हुई थी। इसमें सचिव तारीक अनवर, सदस्य अंबिका सोनी और जीआर राजू भी थे। सूत्रों के अनुसार बगावत के बाद आलाकमान के भेजे गए नोटिस पर तीनों ने बिना शर्त माफी मांगी थी। बैठक में तीनों के जवाब पेश किए गए। बैठक में कार्रवाई को लेकर चर्चा हुई, लेकिन मामला अब तक संबित ही है।
सूत्रों के अनुसार कमेटी ने तीनों नेताओं के माफीनामे तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजकर पूछा- मामले में क्या कार्रवाई की जाए। सोनिया के दफ्तर से जवाब नहीं आया। इसलिए ऐसी चर्चाएं शुरू हो गईं कि तीनों नेताओं पर आलाकमान कार्रवाई के मूड में नहीं है। यही वजह रही कि धारीवाल और राठौड़ राहुल की यात्रा में न सिर्फ नजर आए, बल्कि उनके साथ पैदल भी चले। मुख्य भूमिका में भी दिखाई दिए। इससे पहले पूरी बगावत को लेकर खुद सीएम अशोक गहलोत तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर माफी मांग चुके हैं।
