दिल्ली के कंझावला हिट एंड रन केस में लड़की के सिर-रीढ़ और निचले हिस्से पर गंभीर चोटें लगने से मौत की बात सामने आई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप न होने की भी पुष्टि हुई है। उधर, मृतका की सहेली ने पुलिस को दिए बयान में हादसे की वजह कार सवारों की गलती को बताया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतका की दोस्त ने बताया कि जब गाड़ी की टक्कर हुई तो वो डर गई, जिसकी वजह से किसी को कुछ नही बताया। हादसे में गलती कार सवारों की थी। जब टक्कर हुई तो मेरी दोस्त कार वाली साइड गिरी और मैं दूसरी तरफ। मैं घबरा गई थी, इसलिए वहां से निकलकर सीधे घर पहुंची। हम दोनों एक साथ होटल में मौजूद थे।
वहीं, आरोपियों ने पुलिस को बयान दिया है कि स्कूटी सड़क पर लहरा रही थी, जिसकी वजह से टक्कर हुई। फिलहाल, पुलिस दोनों तरफ के बयानों की जांच कर रही है।
दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) एसपी हुड्डा ने बताया कि पोस्टमॉर्टम में लड़की के सिर, रीढ़ और बाएं फीमर पर चोटें और अधिक खून बह जाने से मौत होना बताया गया है। रेप की पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले पुलिस ने खुलासा किया था कि स्कूाटी पर पीड़िता के साथ उसकी सहेली भी थी। टक्कर के बाद मृतका कार में फंस गई और उसे 12 किमी तक घसीटा गया। पहले 4 किमी घसीटने की बात सामने आई थी। स्कूटी पर जो दूसरी लड़की थी, वह हादसे के बाद मौके से भाग गई। उसे भी मामूली चोटें आई हैं।
इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतका के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने और केस लड़ने के लिए सबसे अच्छा वकील नियुक्त किए जाने की बात कही है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की थ्योरी भी सवालों के घेरे में आ गई है। पुलिस का कहना है कि ये जानलेवा दुर्घटना है, लेकिन परिवार वाले इसे मर्डर कह रहे हैं। पीड़ित की मां का कहना है कि वह बहुत सारे कपड़े पहने थी, लेकिन जब उसकी बॉडी मिली तो वह पूरी तरह नग्न थी। एक भी कपड़ा नहीं था। ये कैसी दुर्घटना है?
