अलवर के भाजपा सांसद महंत बालकनाथ ने आज एक पुलिस अधिकारी को जमकर धमकाया। उन्होंने डीएसपी आनंद राव से कहा, मेरा नाम याद रखना… मैं तुम तीन लोगों को कभी नहीं भूलुंगा..एक यहां के विधायक को, दूसरा पुराने एसएचओ को और आज आप मेरी लिस्ट में शामिल हो गए हो। सबसे बड़ा गुंडा पुलिस वालों की वर्दी में तू है। आपके बच्चे भी ये तरस करेंगे कि तुम उनके बाप थे….।
ये शब्द सांसद बालकनाथ ने बहरोड़ थाने पहुंचकर डीएसपी राव को बोलो। पुलिस ने एक गैंगवार मामले में भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था। भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने पर सांसद बैखला उठे। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने चारों कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया।
6 जनवरी को हिस्ट्रीशीटर लादेन (विक्रम) पर उस वक्त फायरिंग हो गई थी, जब पुलिस उसे जिला अस्पताल (बहरोड़) मेडिकल चेकअप के लिए ले गई थी। वहां पहले से मौजूद बदमाशों ने लादेन पर फायरिंग कर दी। फायरिंग में लादेन बच गया, लेकिन वहां इलाज कराने आईं इमरती देवी एवं भूतेरी देवी के पैरों में गोली लग गई।
बहरोड़ पुलिस ने इसी मामले की जांच को लेकर आज सुबह कांग्रेस कार्यकर्ता एडवोकेट राजाराम यादव तथा भाजपा कार्यकर्ता एडवोकेट हितेन्द्र यादव, नूतन और निशांत यादव को हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने दावा किया कि इनका कनेक्शन लादेन पर हुई फायरिंग की घटना से हो सकता है। जब स्थानीय भाजपा व कांग्रेस नेताओं को पुलिस कार्रवाई का पता लगा तो वे बहरोड़ थाने में जमा हो गए। थाने के बाहर माहौल सुबह से शाम तक तनाव भरा रहा।
डीएसपी आनन्द राव ने बताया कि फायरिंग की वारदात से एक दिन पहले 5 जनवरी को बहरोड़ राजकीय कॉलेज में छात्रसंघ शपथ ग्रहण समारोह हुआ था, जिसका आयोजन कांग्रेस कार्यकर्ता एडवोकेट राजाराम यादव और भाजपा कार्यकर्ता हितेन्द्र यादव ने किया था। गांव जैनपुरबास निवासी हिस्ट्रीशीटर रहे जसराम गुर्जर का भाई रामफल गुर्जर बड़े काफिले के साथ कॉलेज में पहुंचा था। वो मंच पर भी भाजपा जिलाध्यक्ष बलवान यादव सहित अतिथियों के साथ बैठा। इस कार्यक्रम के दूसरे ही दिन 6 जनवरी को विक्रम उर्फ लादेन पर हमला हो गया।
इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी सचिन कुमार को हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। शुरुआती जांच में सामने आया है कि विक्रम की हत्या करने के लिए रामफल गुर्जर ने बदमाशों को भेजा, क्योंकि हिस्ट्रीशीटर लादेन पर हिस्ट्रीशीटर जसराम गुर्जर की हत्या करवाने का आरोप है।
आज थाने के बाहर भाजपा जिलाध्यक्ष बलवान यादव, कांग्रेस नेता बस्तीराम यादव, पूर्व प्रधान रोहिताश यादव, अलवर जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, युवा नेता मोहित यादव, कांग्रेस के विधानसभा प्रत्याशी रहे डॉ. आरसी यादव, पूर्व जिला पार्षद महेन्द्र यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी और भाजपाई नेता व कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए सभी आरोपियों को रिहा करने की मांग करने लगे। थाने के अंदर कुछ नेता पुलिस अधिकारियों से वार्ता करने पहुंचे तो डीएसपी राव और कांग्रेस नेता बस्तीराम यादव के बीच नोक-झोंक हो गई।
दोपहर करीब 3 बजे सांसद बालकनाथ बहरोड़ थाने पहुंच गए। उनहोंने डीएसपी राव को जमकर खरी-खोटी सुनाई। सांसद ने डीएसपी पर आरोप लगाया कि आपने निर्दोश लोगों को पकड़ा है। जब अपराधी पकड़े नहीं जाते, तो नाजायज लोगों को पकड़कर ले आए। मेरा नाम याद रखना 8 महीने की सरकार है, फिर भाजपा आ रही है। आपको यहां से चला करवा दूंगा।
