अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व से अच्छी खबर मिली है। फरवरी महीने के आखिरी दिन आज वहां बाघिन एसटी-14 दो शावकों के साथ कैमरा ट्रैप हुई है। इसके साथ ही सरिस्का में बाघों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है।
कैमरा ट्रैप 27 फरवरी के बताया जा रहा है, जिसके बाद सरिस्का प्रशासन ने बाघिन व उसके शावकों की निगरानी बढ़ा दी है। इससे पहले नवंबर 2020 में इसी बाघिन ने 3 शावकों को जन्म दिया था। सरिस्का के मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक आरएन मीणा ने बताया कि सरिस्का में अकबरपुर रेंज के डाबली-सुकोला वन क्षेत्र में ये शावक नजर आए हैं, जिनकी उम्र करीब 2 माह है। प्रथम दृष्टि से शावक व बाघिन दोनों का मूवमेंट सामान्य है। यह बाघिन अब तक 7 शावकों को जन्म दे चुकी। सबसे पहले 2018 में 2 शावक, 2020 में तीन और 2023 में अब दो शावक जन्मे हैं।
वन अधिकारियों के अनुसार सरिस्का के अंदर से गांवों का विस्थापन करने से वन्यजीवों को लाभ मिला है। डाबली पूरी तरह से विस्थापति हो चुका है। वहीं सुकोला आधा विस्थापित हुआ है। इसी कारण बाघिन एसटी 14 ने पुन: दो शावकों को जन्म देकर सुरक्षित टेरेटरी निर्धारित कर दी है। नवंबर 2020 में जन्मे तीनों शावक अब पूर्ण रूप से वयस्क हो चुके हैं।
सरिस्का में 27 टाइगर हो जाने से सैलानियों को टाइगर अधिक दिखने लग जाएंगे। कई महीने पहले रणथम्भौर से एक टाइगर लाया गया था। इससे पहले दो टाइगर लापता हो चुके हैं। लेकिन अब नए शावकों के आने से सरिस्का में रौनक आएगी।
