तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों को तालिबानी सजा दी जा रही है। उनके लिए हिंदी बोलना गुनाह हो गया है। मजदूरी से उठे विवाद में अब हिंदी बोलने वालों को चुन-चुनकर मारा जा रहा है। 15 से ज्यादा मजदूरों की हत्या का दावा किया जा रहा है। मजदूरों ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है।
मजदूरों ने कुछ वीडियो भी भेजे हैं। वीडियो विचलित करने वाले हैं। इन वीडियो में मजदूरों को दौड़ा-दौड़कर पीटा जा रहा है। हत्या की जा रही है। लोग इलाज नहीं मिलने से तड़प रहे हैं। मजदूरों का दावा है कि इन हमलों में कई मजदूर घायल हैं। घायलों को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।
तमिलनाडु में बिहार के जमुई समेत कई जिलों के मजदूर तमिलनाडु के अलग-अलग जिले में फंसे हुए हैं। अपनी जान बचाने के लिए हजारों मजदूरों ने खुद को कमरों में बंद कर लिया है। उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यहां भागलपुर, जमुई, मुंगेर आदि जिलों के मजदूर हैं। वे तमिलनाडु के तिरुपुर, बाढ़ावली, कोयंबटूर सहित अन्य जिलों में रहकर मजदूरी कर रहे हैं।
तमिलनाडु में काम कर रहे जमुई के एक मजदूर ने बताया कि कुछ महीने पहले हिंदी बोलने वाले बिहारी मजदूर और स्थानीय तमिलनाडु मजदूरों के बीच एक बैठक हुई थी। इसमें ये तय किया गया कि मजदूरी 1000 रुपए से बढाकर 1200 रुपए ली जाएगी। इसके लिए धमकी भी दी गई, लेकिन बिहारी मजदूर शुरू से ही 800 रुपए में काम कर रहे हैं। उनका तर्क है कि जिस कंपनी में काम कर रहे हैं, वहां उनका विश्वास है। कुछ मजदूरों ने तो कंपनी से एडवांस लिया है।
मजदूरों का कहना है कि उन्होंने पुलिस से भी इसकी शिकायत की, लेकिन वहां से भी कोई मदद नहीं मिल पा रही है। उन्होंने बताया कि जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड अंतर्गत वार्ड संख्या 12 निवासी कृष्ण दास का 18 वर्षीय पुत्र मोनू कुमार तथा सिकंदरा थाना क्षेत्र के धधौर निवासी तिरुपुर में रहने वाले पवन कुमार पर तेजधार हथियार से हमला कर किया गया। पवन की इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि उसके छोटा भाई नीरज को असामाजिक तत्वों ने घायल कर दिया। उन्होंने बताया कि भागलपुर, मुंगेर, नवादा जिलों के मजदूरों की हत्या हो चुकी है, जिसमें महिला मजदूर भी शामिल है।
इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर कहा कि मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। मैंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। सीएम के निर्देश के बाद बिहार के मुख्य सचिव ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव से और बिहार के डीजीपी ने तमिलनाडु के डीजीपी से बात की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिहार के जो मजदूर वहां फंसे हैं, उन्हें सुरक्ष दी जाएगी। उन्हें घर तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी।
