अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर चर्चा में रहने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी देश के एक प्रतिष्ठित कारोबारी शिक्षा संस्थान में प्रोफेसर की भूमिका में नजर आईं। उन्होंने आईआईएम- उदयपुर में विज़िटिंग प्रोफेसर बन छात्रों को पढ़ाया और एक शोध प्रस्तुत किया। साथ ही रिसर्च और ट्रेनिंग से संबंधित शैक्षणिक गतिविधियों में हिस्सा लिया। एचआर क्षेत्र के पूर्णकालिक संकाय सदस्य प्रोफेसर कुणाल कुमार ने उन्हें गेस्ट फेकल्टी के रूप में आमंत्रित किया था।
स्मृति ईरानी ने ‘द नेसिसिटी एंड पिटफॉल्स ऑफ रैंकिंग मैनेजमेंट इंस्टीट्यूशंस – द एनआईआरएफ एक्सपीरियंस’ पर अपना शोध प्रस्तुत किया। इस शोध को पूरा करने में स्मृति ईरानी मुख्य लेखक के रूप में जुड़ी और सह-लेखक के रूप में प्रोफेसर कुणाल कुमार तथा प्रोफेसर सुशांत मिश्रा (आईआईएम-बैंगलोर) जुड़े थे।
केंद्रीय मंत्री ने एचआर वर्ग के एमबीए छात्रों के लिए ‘जॉब एनालिसिस’ विषय पर एक सेशन भी लिया। उन्होंने आईआईएम-उदयपुर के प्रमुख एमबीए प्रोग्राम के कोर कोर्स ‘ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट’ में लगातार तीन सत्र (प्रत्येक 75 मिनट का) लिए। उन्होंने कक्षा को चार मुख्य बिंदुओं पर केंद्रित किया – करो, चर्चा करो, वाद-विवाद करो और विचार-विमर्श करो। सेशन के आखिर में विद्यार्थियों ने एक मंत्री के जॉब की समीक्षा की।
आईआईएम-उदयपुर ने महीनेभर चलने वाली गतिविधियों की एक श्रृंखला के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह की शुरुआत भी की। मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
