राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में लगातार डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। हालांकि विधानसभा में राइट टू हेल्थ बिल पास हो चुका है, लेकिन डॉक्टर अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और बिल का विरोध कर रहे हैं। निजी अस्पतालों में इलाज बंद होने के कारण अब सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है।
सरकारी अस्पतालों में भी शुक्रवार को डॉक्टरों द्वारा सुबह 9 बजे से 11 बजे तक 2 घंटे की अस्थाई हड़ताल के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। पिछले करीब 5 दिन से निजी अस्पतालों के डॉक्टर राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में हड़ताल पर हैं, जिसके चलते निजी अस्पतालों में मरीजों का इलाज बंद है, जिससे अब मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में निजी अस्पतालों की ओपीडी कक्ष और इलाज बंद है।
हड़ताल के चलते दुर्घटना में घायल मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
