अधिक मास के चलते श्रावण मास दो महीने (चार जुलाई से 31 अगस्त तक ) का होने की वजह से इसबार अमरनाथ यात्रा भी डेढ़ माह के स्थान पर करीब दो माह तक चलेगी। एक अप्रेल से साइन बोर्ड की ओर से रजिस्ट्रेशन शुरू होने के बाद यात्री आवेदन कर सकेंगे। अधिकमास की अवधि 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगी।
गत वर्ष अमरनाथ यात्रा के दौरान भूस्खलन के कारण इस बार यात्रा अवधि में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले जत्थेदारों के अनुसार अमरनाथ गुफा के आसपास अब चार बजे तक ही भक्त ठहर सकेंगे। साथ ही पवित्र गुफा के आस-पास भंडारे आदि भी लगाने की इजाजत नहीं होगी। रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिेकेशन डिवाइस (आरएफआईडी) कार्ड टस्गिंग की व्यवस्था को पूर्णतया लागू किया जाएगा। ताकि यात्रियों की जानकारी समय पर मिल सके। इसबार रजिस्ट्रेशन के लिए बैंकों की संख्या भी बढ़ाई गई है। देशभर में भक्त 444 बैंकों से यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे।
राजस्थान से हर साल 35 हजार के आसपास भक्त अमरनाथ जाते हैं। इस बार यह यात्रा दो माह की होने के कारण जयपुर सहित प्रदेशभर से यह आंकड़ा करीब डेढ़ गुना बढने की संभावना है। इसके अलावा पारंपरिक बालटाल और पहलगाम ट्रैक पर लंगर लगाने के लिए जयपुर के विभिन्न संगठन आवेदन करेंगे।
