श्री राजपूत करणी सेना की ओर से आज जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित केसरिया महापंचायत में प्रदेशभर से हजारों की तादाद में राजपूत व अन्य स्वर्ण समाज के लोग एकत्रित हुए। आयोजन में ईडब्लूएस आरक्षण 14 फीसदी करने, साधु-संतो की सुरक्षा समेत कई मांगें उठाई गईं। पंचायत में लोगों ने केसरिया पगड़ी पहनकर शामिल हुए।
श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी के नेतृत्व में हुई केसरिया पंचायत में उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री रघुराज सिंह और यूपी से भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह भी शामिल हुए। राजस्थान से भाजपा विधायक नरपत सिंह राजवी, गहलोत सरकार में राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक रणवीर सिंह शामिल हुए। मगर भाजपा- कांग्रेस के बड़े नेताओं ने दूरी बनाए रखी। कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी, जयपुर ग्रामीण से भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित कई प्रमुख राजपूत नेता भी इस कार्यक्रम में नहीं आए। गोगामेडी का कहना था कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था, हमने सब को निमंत्रण दिया था।
सांसद दुष्यंत सिंह ने महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि राजपूत समाज का इतिहास सतयुग से शुरू होता है, हमारा इतिहास त्रेता, द्वापर और कलयुग में भी मिलता है। अब हमें समय के साथ अपने आप को बदलना पड़ेगा। उत्तर प्रदेश मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि सभी को एकजुट होना होगा। हिंदुत्व की मजबूती के लिए 2 की बजाय चार बच्चे पैदा करने चाहिए।
गोगामेडी ने कहा कि ईडब्ल्यूएस में शामिल जातियां अपना अधिकार मांग रही है। सरकारों को हमारी मांगे सुननी चाहिए। पंचायत में प्रमुख रूप से वकीलों की तर्ज पर साधु संतों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने, क्षत्रिय कल्याण बोर्ड के गठन, राजपूत समाज के इतिहास और महापुरुषों की पहचान से छेड़छाड़ नहीं करने, ईडब्ल्यूएस आरक्षण 10 फ़ीसदी से बढ़ाकर 14 फ़ीसदी करने, सभी विश्वविद्यालयों में ईडब्ल्यूएस छात्रावास, केंद्र सरकार द्वारा ईडब्ल्यूएस संबंधित जमीन, मकान, प्लॉट की शर्ते हटाने, पंचायती राज, स्थानीय निकाय और सभी चुनावों में ईडब्ल्यूएस के तहत अन्य आरक्षित वर्गों के अनुसार कोटा निर्धारित करने तथा सामान्य आर्थिक कमजोर वर्ग के किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए विशेष आर्थिक पैकेज आदि की मांगें की गई।
