केन्द्र सरकार कोविड और हार्ट अटैक के बीच कनेक्शन को लेकर रिसर्च करवा रही है। 2-3 महीने में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। तब एक कार्ययोजना बनाई जाएगी। देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ‘एनडीटीवी’ से बातचीत में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, हमने बहुत सारे युवा कलाकारों, एथलीटों, खिलाड़ियों को देखा। वे परफॉर्म करते हुए मंच पर ही मर गए। इसे लेकर कई जगहों से रिपोर्टें भी आने लगीं। ऐसे में हमने जांच कराने की जरूरत महसूस करी कि क्या कोरोना और हार्ट अटैक के बीच कोई कनेक्शन है। उन्होंने बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) पिछले तीन-चार महीनों से हार्ट स्ट्रोक और कोविड के बीच संबंध का अध्ययन कर रहा है।
मंत्री मांडविया ने कहा कि कोविड एक वायरस है जो बदलता रहता है। भारत में अब तक इसके 214 वैरिएंट पाए गए हैं। आईसीयू बेड, ऑक्सीजन की आपूर्ति और अन्य महत्वपूर्ण देखभाल की व्यवस्था की गई है। कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों की साप्ताहिक समीक्षा की जा रही है। उन्होंने समझाया कि पहले से यह बताना असंभव है कि कोविड कैसे व्यवहार करेगा, लेकिन सब-वैरिएंट, जो अभी नए केसों में उछाल ला रहे हैं, वो उतने खतरनाक नहीं हैं।
कोरोना महामारी की संभावित चौथी लहर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सतर्क रहने की जरूरत है। पिछला कोविड म्यूटेशन ओमिक्रॉन का बीएफ.7 सब-वेरिएंट था और अब एक्सबीबी1.16 सब-वेरिएंट संक्रमण में बढ़ोतरी का कारण बन रहा है। हालांकि मंत्रालय के अनुभव में ये सब-वेरिएंट बहुत खतरनाक नहीं हैं।
