उदयपुर में 8 साल की दलित मासूम के साथ रेप के बाद हत्या मामले में भील समाज का आक्रोश उबल पड़ा है। समाज बच्ची के हत्यारे को फांसी पर चढ़ाने की मांग कर रहा है। इस मांग को लेकर आज भील समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट के सामने जबरदस्त प्रदर्शन किया।
मावली क्षेत्र के गांव में हुए जघन्य कांड में पुलिस ने रिमांड अवधि पूरी होने के बाद आरोपी को उदयपुर के पोक्सो कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इधर, राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लेते हुए इस मामले में उदयपुर पुलिस अधीक्षक से 3 दिन में रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने इस केस की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की है।
इस कांड के खिलाफ सिर्फ सड़क पर ही प्रदर्शन नहीं हो रहे हैं, सोशल मीडिया पर भी उस 8 साल की मासूम को न्याय दिलाने की आवाज मुखर हो गई है। ट्विटर पर #पूजा_हत्यारें_को_फांसी_दो ट्रेंड कर रहा है। लोग इस हैशटैग के जरिए बच्ची को न्याय दिलाने की मांग उठा रहे हैं। उन्होंने आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग उठाई है। उदयपुर बार एसोसिएशन के वकीलों ने ऐलान किया है कि कोई भी बच्ची के आरोपी का केस हाथ में नहीं लेगा। कोई भी कोर्ट ने उसकी तरफ से पैरवी नहीं करेगा।
उल्लेखनीय है कि उदयपुर के मावली थाना इलाके में बीते 29 मार्च को 9 साल की बच्ची लापता हो गई थी। बच्ची के परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बीते रविवार को एसपी विकास शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए रूह कंपा देने वाली जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में गांव का ही रहने वाले आरोपी कमलेश को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने घटनाक्रम के एक-एक पहलू पर पूछताछ की तो आरोपी ने बताया कि उसने बच्ची को दबोचा,। उसकी चीखें बाहर ना जाए, इसलिए गला दबोचते हुए कृत्य करने लगा। दरिंदे ने अपनी हवस मिटाई तब तक बच्ची का दम टूट चुका था। हालात ऐसे थे कि बच्ची का शव बरामद किया गया तब आंखें बाहर निकली मिली। जानकारी के अनुसार आरोपी ने बच्ची को मारने के बाद एक कीर्तन में शामिल हुआ औऱ वहां खूब ढोल-नगाड़ा बजाया।
