राज्यपाल कलराज मिश्र की पहल पर सैनिक कल्याण विभाग अब शहीद की माता को ‘वीर माता‘ और शहीद पिता को ‘वीर पिता‘ पहचान-पत्र जारी करेगा। राज्यपाल की अध्यक्षता में गुरुवार को राजभवन में हुई सैनिक कल्याण बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। साथ ही शहीद सैनिकों और गैलेंट्री अवार्ड से अलंकृत सैनिकों के नाम से स्कूलों या सार्वजनिक स्थलों के नामकरण की नीति सरल होगी। राज्यपाल ने इस संबंध में प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण करने के लिए जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित कर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में सैनिक कल्याण विभाग मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने शहीद आश्रितों को भूमि आवंटन के लम्बित प्रकरणों के निस्तारण के लिए विशेष प्रयास किए जाने पर जोर दिया। सैनिक कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव अपर्णा अरोड़ा ने कहा कि जयपुर में सैनिक कल्याण भवन के लिए भूमि आवंटित करने के बद निर्माण के लिए बजट आवंटित कर दिया गया है। शीघ्र ही भवन के शिलान्यास के बाद कार्य शुरू हो जाएगा। शहीद आश्रितों को भूमि आवंटन के लम्बित प्रकरणों का निस्तारण करने के लिए शीघ्र ही कैंप लगाए जाएंगे।
राज्यपाल ने सैनिक विश्राम गृहों की अग्रिम राशि में वृद्धि, सैनिक विश्राम गृहों के नियमित कार्मिकों को सातवें वेतनमान के परिलाभ देने के एक करोड़ रुपए के व्यय की स्वीकृति प्रदान करने, जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों में पूर्व सैनिकों की सुविधा के लिए कॉमन सर्विस सेंटर स्थापित किए जाने की भी स्वीकृति प्रदान की।
