आंध्र प्रदेश के कर्नूल जिले के गोनेगंडला गांव में घरों के बीच ऊंचाई पर मौजूद चट्टान में भीषण गर्मी की वजह से दरार पड़ गई है। इसके बाद करीब 150 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। कुर्नूल की जिला कलेक्टर श्रीजना गुम्मल्ला ने बताया कि घटना मांगलवार को अडोनी सब डिवीजन में घटी और किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए चट्टान के आसपास बसे करीब 150 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। उन्होंने कहा, चट्टान में दरार आई है, लेकिन शुक्र है कि मंगलवार से दरारें बढ़ नहीं रही हैं। चट्टान के टूट के गिरने का खतरा है, हमने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को मौके पर तैनात किया है।
गुम्मल्ला ने बताया कि जिला प्रशासन ने नजदीकी सीमेंट कंनियों और नवीनीकरण ऊर्जा कंपनी ग्रीनको से भी टूटी चट्टान को स्थिर करने में मदद मांगी है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर इलाके से निकाले गए परिवारों को नजदीकी स्कूल में ठहराया गया है। चट्टान में दरार आने के कारणों के बारे में जिला कलेक्टर ने कहा कि इलाके में पड़ रही भीषण गर्मी कारण हो सकती है। क्योंकि आसपास कोई अन्य संदिग्ध गतिविधि नहीं हो रही।
हालांकि, मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि कुर्नूल जिले में मंगलवार को असामान्य तरीके से उच्च तापमान दर्ज नहीं किया गया, जबकि आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) ने बताया कि गोनेगंडला में कल 38.2डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। इस बीच, सब कलेक्टर, तहसीलदार और पुलिस टीम गांव की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। वहीं, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अपर मानिदेशक जर्नादन प्रसाद ने बताया कि बुधवार सुबह तक उनके विभाग को घटना की जानकारी नहीं थी।
