एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने ऐसा तरीका सुझाया है, जिससे ब्लड प्रेशर (बीपी) बहुत जल्दी नॉर्मल हो जाएगा। अध्ययन में कहा गया है कि दवाइयों की अदला-बदली या दवाइयों की खुराक में परिवर्तन कर बीपी को बहुत जल्दी नॉर्मल किया जा सकता है। यह अध्ययन स्वीडन की उपासला यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है। इसे जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएन जर्नल जामा में प्रकाशित किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अध्ययन में ब्लड प्रेशर की चार अलग-अलग दवाइयों का मरीजों पर अध्ययन किया गया। करीब 280 बीपी के मरीजों पर इसका एक साल तक प्रयोग किया। उपासला यूनिवर्सिटी के कार्डियोलॉजिस्ट और प्रोफेसर जोहान सैंडस्टॉर्म ने कहा कि जब भी किसी का बीपी बहुत दिनों तक नॉर्मल नहीं होता, तो खुराक बढ़ा दी जाती है, लेकिन अगर दवाई को बदल दिया जाए तो इसका असर खुराक बदलने की तुलना में दोगुना होता है। उन्होंने कहा, हमारे अध्ययन में यह स्पष्ट हो चुका है कि मरीजों को दवाई बदलने के बाद पूरी तरह ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो गया। दवाई बदलने का असर क्लिनिकली प्रमाणित हो चुका है।
अध्ययन में कहा गया कि अधिकांश लोगों के ब्लड प्रेशर बहुत पहले शुरू हो जाता है। इनमें से कुछ ही लोग ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर पाते हैं। अधिकांश लोग इलाज ही नहीं कराते जो लोग दवा लेते भी है, उन्हें साइड इफेक्ट के डर से एक ही तरह की दवाई बहुत दिनों तक दी जाती है। ब्लड प्रेशर की दवाइयों में काफी विविधता है। इसलिए इसके गंभीर जोखिम को देखते हुए डॉक्टर शुरुआत में प्रभावशाली दवा नहीं देते। यही कारण है दवा खाने के बावजूद बीपी कंट्रोल में नहीं रहता। शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रत्येक व्यक्ति को अनुकूल दवा दी जा सकती है। इसके लिए उन्होंने एक साल तक ब्लड प्रेशर की चार अलग-अलग तरह की दवा दी। शोधकर्ताओं ने देखा कि अलग-अलग मरीजों में इसका अलग-अलग असर हुआ, लेकिन अधिकांश लोगों ने एक साल में ब्लड प्रेशर को पूरी तरह कंट्रोल कर लिया।
