बीकानेर के एक मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां जो भी छात्र यहां दर्शन करने आता है, उसकी सरकारी नौकरी लग जाती है। परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास भी होता है। यह है, नत्थूसर गेट के बाहर लालीबाई पार्क के पास भालचंद्र गणेश मंदिर। मंदिर के पुजारी श्रवण स्वामी ने बताया कि यह मंदिर 327 साल पुराना मंदिर है। यहां लाल पत्थर की गणेश की प्रतिमा स्थापित है।
मंदिर में भगवान गणेश के ललाट पर चंद्रमा है। यह चंद्रमा शांति और पढ़ाई के लिए ज्यादा उपयोगी है। इस मंदिर को राजयोग कारक मंदिर भी कहा जाता है। पुजारी के अनुसार भगवान भालचंद्र गणेश की प्रतिमा पुष्य नक्षत्र में बनाई गई थी। मूर्ति को बनाने में कई साल लग गए थे। पुजारी ने बताया कि शंकर स्त्रोत में गणेश जी के कई नाम बताए गए है। इनमें नौवें नंबर पर भगवान भालचंद्र गणेश का नाम है।
पुजारी स्वामी के अनुसार मंदिर में सुबह से शाम तक दर्शन करने के लिए युवाओं की भीड़ रहती है। ज्यादातर युवा नौकरी की कामना लेकर आते है और भगवान भी इनकी मनोकामना पूरी कर देते है। दर्शन करने वाले कई युवा स्टेनोग्राफर, एलडीसी, पीटीआई, कंप्यूटर टीचर, सामान्य शिक्षक आदि बन गए है।
