राजस्थान के टोंक जिले में दो सगी बहनों ने एक ही लड़के से शादी की है। यह मामला उनियारा के मोरझाला की झोपड़ियां गांव का है।
दूल्हे के पिता रामप्रसाद मीणा ने बताया कि उनका बेटा हरिओम मीणा स्नातक तक पढ़ा हुआ है। उसने अपने बेटे हरिओम का रिश्ता बाबूलाल मीणा की बड़ी बेटी कांता के लिए भेजा था। पर कांता ने हरिओम से शादी करने के लिए एक शर्त रख दी। कांता ने हरिओम के पिता रामप्रसाद के सामने शर्त रखी कि दोनों सगी बहनें एक साथ शादी करेंगी। अगर मंजूर हो तो शादी की बात आगे बढ़ाई जाए। कांता की यह शर्त दूल्हा हरिओम मीणा ने मान ली और दोनों बहन कांता और सुमन की शादी पांच मई को हरिओम से हो गई।
निवाई तहसील के सौंदड़ा खादया की ढाणी की रहने वाली दोनों सगी बहनों में से बड़ी बहन कांता ने उर्दू में एमए किया हैं। छोटी बहन सुमन आठवीं तक पढ़ी है। कांता ने अपनी छोटी बहन की साथ में शादी की शर्त रखने की मुख्य वजह ये रही कि सुमन मानसिक रूप से थोड़ी कमजोर है। इस वजह से बड़ी बहन कांता छोटी बहन सुमन की देखभाल करती है। सुमन के साथ कांता की भी शादी होने पर वह उसका ख्याल रख सकेगी। कांता की इस शर्त को हरिओम के परिवार ने स्वीकार किया और शादी हो गई।
पांच मई को दूल्हे हरिओम मीणा ने मंडप में दोनों बहनों के साथ सात फेरे लिए। हरिओम ने स्नातक तक पढ़ाई की हुई है। कांता और हरिओम एकसाथ कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं। छोटी बहन सुमन आठवीं तक पढ़ी है। कांता और सुमन से शादी करने के बाद हरिओम का कहना है कि दोनों सगी बहनों से विवाह करके खुश हूं। हमेशा दोनों को खुश रखने की कोशिश करूंगा।
