राजस्थान के भीलवाड़ा में शादीशुदा महिला से ‘अपहरण और गैंगरेप’ के मामले में नया मोड़ आ गया है। महिला ने पहले दो युवकों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उसे अगवा कर गैंगरेप किया और मारपीट कर निर्वस्त्र छोड़ दिया। अब इस मामले में पुलिस का कहना है कि महिला अपनी मर्जी से दो युवकों के साथ बाइक से गई थी। इस दौरान युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया। बचने के लिए महिला वहां से बिना कपड़ों के भागकर सड़क पर पहुंच गई।
पुलिस की जांच में महिला के अपहरण और गैंगरेप की घटना झूठी निकली। पुलिस की पूछताछ में महिला से बताया कि उसने खुद ही मनगढ़ंत कहानी रची थी। पुलिस ने बताया कि महिला खुद ही अपनी मर्जी से आरोपियों के साथ गई थी। इसके बाद किसी को शक न हो इसके लिए उसने अपहरण और गैंगरेप की कहानी रची। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पीड़िता का मोबाइल फोन मौके पर मिला, जिसमे आरोपियों से फोन पर हुई वॉइस रिकॉर्डिंग भी मिल गई। पुलिस ने जब कॉल रिकॉर्डिंग सुनी तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। बाद में महिला ने बताया कि उसने पति को पता चलने के डर से अपहरण और गैंगरेप की कहानी बनाई। पुलिस ने घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस उपाधीक्षक लाभूराम ने बताया कि शनिवार रात करीब 8:40 बजे एक ग्रामीण ने सूचना दी कि गंगापुर से 6-7 किलोमीटर दूर झामपुरा चौराहा के पास आमली रोड पर एक महिला निर्वस्त्र मिली है। जिसके साथ गैंगरेप हुआ है। सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची। महिला ने पुलिस को बताया कि रात करीब 8 बजे वह खाना खाने के बाद घर से टहलने निकली थी। इस दौरान कार सवार 3 बदमाशों ने उसे किडनैप कर लिया। इसके बाद बदमाश उसे एक खंडहर बिल्डिंग में ले जाकर गैंगरेप किया। पीड़िता को मेडिकल और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया और मौके पर साक्ष्य जुटाने के लिए एफएसएल भी बुलाया गया। इस दौरान पुलिस को घटनास्थल पर पीड़िता का मोबाइल मिला, जिसमें महिला और आरोपियों से फोन पर हुई वॉइस रिकॉर्डिंग भी मिल गई। पुलिस ने जब महिला की कॉल रिकॉर्डिंग सुनी तो मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने जब महिला ने पूछताछ की तो महिला ने झूठी कहानी रचने की बात कबूल की।
पुलिस उपाधीक्षक लाभूराम ने बताया कि 6 साल पूर्व उड़ीसा निवासी महिला (25) की दलाल के माध्यम से विकलांग (50) से शादी हुई थी।

