राजधानी जयपुर में आज इस सीज़न के पहले आईपीएल मैच से ऐन पहले ‘हाई लेवल’ सियासी ड्रामा देखने को मिला। मैच से पहले स्टेडियम पहुंचे खेल मंत्री अशोक चांदना ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें स्टेडियम के एन्ट्री गेट पर तैनात प्राइवेट बाउंसर्स ने अंदर जाने से रोक दिया। चांदना ने मैदान पर बिना अनुमति स्थाई निर्माण किए जाने को लेकर भी अपनी नाराज़गी जताई। साथ ही राजस्थान रॉयल्स को इस अवैध निर्माण का ज़िम्मेदार बताते हुए सख्त कार्रवाई और हर्जाने की चेतावनी दे डाली।
मैच की तैयारियों और अवैध निर्माण का जायज़ा लेने पहुंचे मंत्री चांदना ने मीडिया से बातचीत में जमकर नाराज़गी जताई। खासतौर से स्टेडियम के प्रवेश द्वार पर तैनात प्राइवेट बाउंसर्स से सामना होने पर वे झल्ला उठे। उन्होंने प्रवेश द्वार पर तैनात राजस्थान पुलिस के जवान को लताड़ते हुए प्राइवेट बाउंसर्स को वहां से हटाने के निर्देश दिए। एन्ट्री गेट पर चांदना का बाउंसर्स से आमना-सामना होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा है।
एसएमएस स्टेडियम के एन्ट्री गेट पर प्राइवेट बाउंसर्स देखकर खेल मंत्री का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने अपनी कार से उतरकर वहां तैनात पुलिसकर्मी को लताड़ लगाते हुए कहा, ये मुश्तंडे यहां कैसे खड़े हैं? इन्हें तुरंत प्रभाव से हटाओ। चांदना ने कहा कि स्टेडियम में क्रिकेट के अलावा भी कई खेल गतिविधियां होती हैं। खिलाड़ियों और स्टाफ के लोगों का आना-जाना रहता है, लेकिन मैच के कारण उन्हें स्टेडियम में दाखिल होने से रोका जा रहा है। बाउंसर ने तो मेरी गाड़ी भी रोकी। विभाग के अधिकारियों को और प्रेस के लोगों को भी रोक दिया गया। इसकी शिकायत मैं लिखित में पुलिस को दे रहा हूं। पुलिस सुनिश्चित करे कि विभाग के अधिकारी या कार्मिक, मंत्री के कार्यकर्ता जो काम से आते हैं, उन्हें हमारे दफ्तर तक आने में कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले मंगलवार शाम को मंत्री चांदना एसएमएस स्टेडियम पहुंचकर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद युवा मामले एवं खेल मामलात विभाग की ओर से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को नोटिस जारी कर दिया गया है। हालांकि आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने चांदना के नोटिस का जवाब प्रेसनोट के जरिए दिया, जिसमें खेल मंत्री के आरोपों को गलत ठहराया गया।

