बालासोर में रेल हादसे वाली जगह पर चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन से लेकर अस्पतालों तक में लोग मदद के लिए डटे हुए हैं। बड़ी संख्या में युवा पीड़ितों की मदद के लिए संसाधनों से लेकर अपना खून तक देने तैयार हैं। यही वजह है कि रक्तदान के लिए बालासोर के अस्पताल में भीड़ उमड़ रही है।
ओडिशा के बालासोर जिले के अस्पतालों से सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि ट्रेन हादसे के घायलों को अपना खून देने सैकड़ों स्थानीय युवा कतार में खड़े हैं। वे अपने अपने वाहनों से पहुंचकर भीषण गर्मी में रक्तदान करने के लिए अपना नंबर आने का इंतजार तक कर रहे हैं।
इसबीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट करते हुए कहा, डॉक्टरों की दो टीमें एम्स भुवनेश्वर से दुर्घटना स्थल बालासोर और कटक के लिए भेजा गई हैं। रेलवे की ओर से सोरो मेडिकल यूनिट में घायल यात्रियों को 50000 रुपये की अनुग्रह राशि सौंपी गई है।
इधर, भारतीय वायुसेना ने राहत और बचाव कार्यों के लिए दो एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है। इसके अलावा कई अतिरिक्त बसों और ट्रेन कोचों का भी इंतजाम कर फंसे हुए यात्रियों को उनके गंतव्य को रवाना किया जा रहा है। भारतीय सेना को भी घायल लोगों को रेस्क्यू करने और उपचार में सहायता प्रदान के लिए तैनात किया गया है। एंबुलेंस और सहायता सेवाओं के साथ सेना की चिकित्सा और इंजीनियरिंग टीमों को पूर्वी कमान से तैनात किया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना में जान गंवाने वाले हर मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे.।रेल मंत्री ने भी मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को 2-2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50-50 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

