सीकर में रसीदपुरा टोल प्लाजा पर टोलकर्मियो से विवाद व मारपीट में लालासी निवासी युवक की मौत के बाद बवाल हो गया। 26 वर्षीय मुकेश मील के उपचार के दौरान दम तोडऩे के बाद आक्रोशित विभिन्न संगठनों के लोग टोल प्लाजा पर धरना देकर बैठ गए। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ मृतक का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम व परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की। करीब छह घंटे चले प्रदर्शन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, पूर्व तेजा सेना प्रदेशाध्यक्ष श्रीराम बिजारणियां, जाट महासभा अध्यक्ष बनवारी भडिय़ा सहित सैंकड़ों लोग शामिल हुए। बिजारणियां ने बताया कि टोल कंपनी द्वारा 15 दिन में परिजनों को 20 लाख रुपए मुआवजा देने, आरोपी टोलकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने व मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के एसडीएम के लिखित समझौते के बाद प्रदर्शन शांत हुआ। इस दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी एसके अस्पताल पहुंचे।
लालासी गांव निवासी मुकेश मील पांच मार्च को रसीदपुरा से खाना खाकर अपने गांव लालासी लौट रहा था। रास्ते में टोल को लेकर उसका टोलकर्मियों से विवाद हो गया। जिसमें दोनों पक्षों में मारपीट से मुकेश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पहले जिसे निजी अस्पताल ले जाने पर सीकर के एसके अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाट ही बवाल खुरू हुआ।

