टिकट बंटवारे पर मचे घमासान के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सीएम पद के लिए अपना मोह जगजाहिर किया है। वह सीएम का पद छोड़ना तो चाहते हैं, लेकिन पद उनको नहीं छोड़ रहा और आगे भी नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा, मुझे सोनिया गांधी ने सीएम बनाया था। कांग्रेस में जो सीएम पद का उम्मीदवार बनता है, वो कभी सीएम नहीं बनता। सोनिया गांधी ने मुझे सीएम पद के लिए चुना था। उसके बाद अगले चुनाव में सोनिया गांधी ने खूब कैम्पन किया, लेकिन हम चुनाव हार गए। इसके कई कारण थे।
टिकट बंटवारे और मौजूदा विधायकों के टिकट काटने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि विधायकों के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी नहीं है। मतलब गहलोत अपने समर्थक ज्यादातर विधायकों के टिकट नहीं काटने देना चाहते। सचिन पायलट के सवाल पर गहलोत ने कहा कि उन्होंने एक साल पहले ही फॉरगेट एंड फॉरगिव कह दिया था।
राजस्थान विधानसभा चुनाव सिर पर हैं. लेकिन, कांग्रेस में टिकटों का मसला उलझ गया है। हालांकि पार्टी ने एक सप्ताह पहले ही तय कर लिया था कि 18 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद टिकटों की पहली सूची जारी कर दी जाएगी, लेकिन चुनाव समिति की बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी की ओर से भेजी गई करीब 100 सीटों पर सिंगल नाम पर सहमति नहीं बन पाई है। करीब एक दर्जन सीटों पर केंद्रीय चुनाव समिति ने आपत्ति जताई है।