इस छोटे से पान के हरे पत्ते में कई गुण छिपे होते हैं। बस उस पत्ते को बिना कत्थे, चूने या तंबाकू के चबाना होगा।
एसिडिटी या कब्ज की समस्या रहने पर पान के हरा पत्ता रामबाण साबित हो सकता है। रोज सुबह खाली पेट पान का पत्ता चबाने से पाचन क्रिया बेहतर होगी और एसिडिटी व कब्ज जैसी शिकायत दूर होगी।
मसूड़े में किसी तरह का सूजन या कोई अन्य समस्या है तो पान का पत्ता असरदार साबित हो सकता है। पान के पत्ते को चबा के खाना होगा।
डायबिटीज वालों के लिए तो पान अमृत साबित हो सकता है। पान के अंदर गुण है कि वह शरीर के शुगर लेवल को संतुलित रख सकता है। बस, पान के पत्ते को रोज चबाना होगा।
पान खाने से दांत को तब नुकसान होता है, जब पान को चूना और कत्था लगा कर खाते हैं। यदि सिर्फ पान के हरे पत्ते को पीस कर नींबू में मिलाकर खाते हैं तो दांत की सफेदी बरकरार रहेगी। मुंह से बदबू आने की समस्या भी कम होती है।
पान के पत्तों में एंटीबायोटिक गुण होते हैं। इसलिए पान के हरे पत्ते शरीर को हर तरह के इन्फेक्शन से भी बचाता है। पान के पत्ते को शहद के साथ मिलाकर खाने से सर्दी और खांसी में आराम मिलता है।

