राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सचिन पायलट को जवाब देने के बहाने धारा प्रवाह आत्मप्रशंसा की। उन्होंने कहा, 1998 में हमारी 156 सीट आई थी, उस समय मैं प्रदेशाध्यक्ष था। अब फिर हमें मिशन-156 पर काम करना है। उतनी ही सीटें वापस लानी है। मैं ऐसे ही रात दिन एक नहीं कर रहा हूं। मैं बिना सोचे समझे कोई बात नहीं बोलता हूं, मुझे गॉड गिफ्ट है, दिल की बात बोलता हूं।
गहलोत आज जयपुर एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने 2018 में मौजूदा सरकार बनाने के पीछे भी खुद के नेतृत्व वाली पिछली दो सरकारों के कामकाज को ही कारण बताकर इस संबंध में पायलट के दावे की हवा निकलने का प्रयास किया। उन्होंने दावा किया- 2018 के चुनावों से पहले ही माहौल बन गया था कि गहलोत को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए।
गहलोत ने कहा, 2013 में मोदी की हवा बन गई थी, जिसकी वजह से हम 21 सीटों पर आ गए थे। हमारी सरकार के पुराने कामों के आधार पर ही वापस कांग्रेस सरकार बनी। यह मैं दावे से कह सकता हूं कि हमारी सरकार जाने के छह महीने बाद ही लोग याद करने लग जाते हैं कि गलती हो गई, पुरानी सरकार ही अच्छी थी। हमारी पार्टी संघर्ष करती है, हम सड़कों पर उतरते हैं, जनता कमेंट करती रहती है, गलतियां बताती है, यह सब चलता रहता है।
सीएम ने कहा कि 2018 के चुनावों में लोगों के दिमाग में था कि पिछली बार सरकार बदलकर गलती कर दी। पहले ही हवा बन बन गई थी, कांग्रेस सरकार बननी चाहिए और अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। यह जनता की आवाज थी और खलक की आवाज खुदा की आवाज होती है। गहलोत ने कहा कि अब चार साल बाद भी सरकार के खिलाफ कोई माहौल नहीं है। लोग कहते हैं कि मुख्यमंत्री भला आदमी है। कितना भला है यह आप जानते हो? भला मतलब लोग कहते हैं कि हमारा ध्यान रखता है, कोरोना में ध्यान रखा, भले का मतलब यही होता है। मुझे राजनीति आती नहीं है। मैं सेवा की राजनीति करता हूं और मेरा काम चल जाता है।
गहलोत ने कहा- मेरी राजनीति सेवा पर टिकी है, उससे मैं कामयाब हुआ हूं। कामयाब होने के लिए पागलपन की हद तक जाना होता है। कई लोग 24 घंटे की राजनीति करते हैं, उनमें से मैं भी एक हूं। इसमें कोई दो राय नहीं कि राजनीति हो या कोई काम हो, दिल लगाकर करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा- राजस्थान में कांग्रेस पार्टी फिर से सत्ता में आने वाली है। हमारा रास्ता पूरी तरह साफ है। 1998 में जो हमने सरकार बनाई थी, तब हमें 156 सीटें मिली थी। इसलिए इस बार हमने मिशन 156 पर काम शुरू कर दिया है। क्योंकि 4 साल में हमारी सरकार ने शानदार बजट पेश किए हैं। इस बार का बजट भी शानदार आएगा। हम चाहते हैं कि राजस्थान को देश में नंबर वन स्टेट बनाएं। हमारी योजनाओं को देश के दूसरे राज्यों में लागू किया जा रहा है। हमारे यहां लिया गया हर फैसला आज देश में चर्चा का विषय है। स्वास्थ से लेकर शिक्षा तक सभी सेक्टर में हमारी सरकार ने अच्छा काम किया है। इसका रिजल्ट चुनाव में हमें मिलने वाला है। इस बार राजस्थान में सत्ता बदलने का ट्रेंड जरूर टूटेगा। मैं दिन-रात एक कर सरकार बचाने में और जनता के लिए काम करने में जुटा हुआ है। मुझे तीन बार कोरोना हुआ। फिर भी मैंने 500 बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। विपक्ष और सभी सामाजिक संगठनों को साथ लेकर हमने काम किया, दवाई से लेकर राशन तक दिया। ताकि राजस्थान की जनता को परेशानी न हो। इस बार मेरी अंतरात्मा बोल रही है कि कोई भी हमारी कमियां बताएगा तो जनता उसे स्वीकार करने वाली नहीं है। इस बार चाहे राजस्थान में नरेंद्र मोदी पड़ाव डालें। नड्डा या आरएसएस के मोहन भागवत राजस्थान आएं। कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। इन लोगों ने राजस्थान को निशाना बना रखा है।
गहलोत ने कहा, मुझे लगता है कि पार्टी में भी आखिरी वक्त तक एकता रहेगी। सब लोग समझ जाएंगे कि जनता का मूड क्या है। हम सब मिलकर इस बार मैदान में उतरेंगे। मिशन 156 जरूर कामयाब होंगे। योगी ने यूपी में बुलडोजर चला दिया, तो मीडिया पूरे देश में उसे मॉडल बना रहा है। राजस्थान में 2019 से बुलडोजर चल रहे हैं। उसकी कोई चर्चा नहीं हो रही। अगर बुलडोजर धर्म के नाम पर चलता है तो उसकी पूरे देश में चर्चा होती है। यह स्थिति अच्छी नहीं है।

