राजस्थान के बारां जिले के युवा कांग्रेसी नेता नरेश मीणा को आखिर जमानत मिल गई। मीणा की रिहाई की मांग पिछले कई दिनों से तूल पकड़े हुए थी। बीते मंगलवार को बड़ी संख्या में नरेश मीणा समर्थकों ने बारां में जिला कलेक्ट्रेट का घेराव किया था। इधर, उसके परिवार समेत कई लोग रिहाई की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे हुए थे।
बारां जिले में हाल में दिनेश झारखंड हत्याकांड में विरोध में प्रदर्शन के दौरान गऊघाट में रास्ता जाम करने के बाद एक बस में आग लगा दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में नरेश मीणा को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ दर्ज दर्जनभर आपराधिक मामलों में उसकी हिस्ट्रीशीट खोल दी।
नरेश मीणा की रिहाई की मांग पर जयपुर में बीते मंगलवार की रात उनके दो समर्थक राजस्थान यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास पानी की टंकी पर चढ़ गए और मीणा की रिहाई को लेकर नारेबाजी करने लगे थे। हालांकि पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम ने मौके पर पहुंचकर समझाइश के बाद दोनों युवकों को नीचे उतारा।
नरेश मीणा की रिहाई को लेकर कांग्रेस पार्टी के 6 विधायकों ने भी सीएम गहलोत को पत्र लिखा था। ये पत्र थानागाजी से विधायक कान्ति प्रसाद मीणा, पूर्व गंगापुर सिटी से विधायक रामकेश मीणा, बांदीकुई से विधायक गजराज खटाणा, टोडाभीम से विधायक पीआर मीणा, करौली से विधायक लाखन सिंह और खिलाड़ी लाल बैरवा ने लिखा था।

