कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी का गठन कर दिया है। इस कमेटी में कांग्रेस नेता सचिन पायलट, शशि थरूर, नसीर हुसैन, अलका लांबा, सुप्रिया श्रीनेत, प्रणीति शिंदे, पवन खेड़ा, गणेश गोदियाल, यशोमती ठाकुर सहित कुल 39 नेता शामिल किए गए हैं। सीडब्ल्यूसी की सूची में पार्टी प्रमुख खड़गे के अलावा वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह, एके एंटनी, दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी और राहुल गांधी भी शामिल हैं। वीरप्पा मोइली और मनीष तिवारी को स्थायी मेहमानों की लिस्ट में जगह दी गई है।
इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कांग्रेस कार्य समिति का गठन किया है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान राज्यों पर विशेष फोकस रखा गया है।
कांग्रेस की इस सबसे महत्वपूर्ण कमेटी में राजस्थान के 6 नेताओं को स्थान मिला है। इनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के अलावा पूर्व केन्द्रीय मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह, पंजाब के प्रभारी और विधायक हरीश चौधरी, केबिनेट मंत्री महेन्द्र जीत सिंह मालवीय, अभिषेक मनु सिंघवी, पवन खेड़ा और मोहन प्रकाश शामिल हैं।
पायलट को तीन साल बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी में स्थान मिला है। जुलाई 2020 में जब उन्होंने बगावती रुख अपनाया था, तब उन्हें सभी पदों से हटा दिया गया था। अलवर से पूर्व लोकसभा सांसद और केन्द्रीय मत्री रह चुके भंवर जितेन्द्र सिंह, जोधपुर निवासी वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी और गहलोत सरकार के केबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय भी कमेटी के मूल सदस्य बनाए गए हैं, जबकि पंजाब के प्रभारी और बायतू से कांग्रेस हरीश चौधरी के साथ राजाखेड़ा (धौलपुर) से विधायक रह चुके मोहन प्रकाश को स्थायी सदस्यों में शामिल किया गया है। उदयपुर के रहने वाले कांग्रेस के आक्रामक प्रवक्ता पवन खेड़ा को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।
वर्किंग कमेटी में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ किसी भी कांग्रेस शासित राज्य के मुख्यमंत्रियों को शामिल नहीं किया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी भी राज्य के मुख्यमंत्रियों को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में स्थान नहीं दिया गया हो। पूर्व में सदस्य रहे रघुवीर मीणा को इस बार सीडब्ल्यूसी में स्थान नहीं दिया गया है। उनके स्थान पर महेन्द्र जीत सिंह मालवीय को सीडब्ल्यूसी में स्थान दिया गया है। मालवीय आदिवासी क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता हैं। हाल ही में राहुल गांधी के बांसवाड़ा दौरे के दौरान मालवीय मुख्य भूमिका में थे।
कांग्रेस के चारों अग्रिम संगठनों-युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस और सेवा दल के प्रमुख सीडब्ल्यूसी में पदेन सदस्य होंगे। खरगे ने पिछले साल अक्टूबर में निर्वाचन के बाद पदभार संभाला था। इसके करीब 10 महीने बाद उन्होंने कार्य समिति गठित की है। समिति के 39 में से केवल तीन सदस्य 50 वर्ष से कम उम्र के हैं। ये हैं- सचिन पायलट, गौरव गोगोई और कमलेश्वर पटेल।
इस साल फरवरी में कांग्रेस की संचालन समिति ने सीडब्ल्यूसी के लिए चुनाव नहीं कराने का फैसला कर पार्टी प्रमुख खड़गे को अपनी टीम के सदस्यों को नामित करने का अधिकार दिया गया था।

