राजस्थान में कांग्रेस विधायक ही अब अपनी सरकार के मंत्रियों के खिलाफ खुलकर बोलने लगे हैं। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर कांग्रेसी विधायक अमीन कागजी ने अज सुनवाई नहीं करने को लेकर सवाल उठा दिए। उन्होंने विकास कार्यों में भेदभाव को लेकर धारीवाल पर नाराजगी जताई की। वहीं मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने खुले मंच से हैरिटेज नगर निगम की महापौर को खरी—खरी सुनाई।
जयपुर हैरिटेज नगर निगम में आयोजित कार्यक्रम में विधायक अमीन कागजी ने कहा कि यूडीएच मंत्री धारीवाल सरकार की योजनाओं पर कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। जनता का अपमान किया जा रहा है। वह बोले, सारे इंजीनियर्स को कोटा ले जाओ, कोटा से ही सरकार बन जाएगी, सारे विधायक कोटा से जीतकर आ जाएंगे क्या? कागजी ने कहा कि यूडीएच मंत्री के पास जयपुर के लिए समय नहीं है। निगम में एक्सईएन और जेईएन नहीं है। मंत्री सभी को कोटा में ले जाना चाहते हैं। वह केवल कोटा को चमन कर रहे हैं। जयपुर के वह प्रभारी मंत्री हैं, लेकिन यहां के लोग कोटा जाकर कहेंगे कि यूडीएच मंत्री ने जयपुर का सत्यानाश कर दिया।
मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने हैरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर और निगम प्रशासन को खरी—खरी सुनाई। उन्होंने दो टूक कह दिया कि ये हमारी वजह से मेयर हैं, हम उनकी वजह से नहीं। मंत्री खाचरियावास ने पार्षदों की अनदेखी करने, साधारण सभा नहीं बुलाने और कमेटियों से लेकर सफाई तक के मुद्दें पर हैरिटेज निगम प्रशासन को जमकर लताड़ा। उन्होंने मेयर-कमीश्नर को फटकार लगाते हुए काम-काज का हिसाब भी मांग लिया।

