जोधपुर शहर के सरदारपुरा इलाके में डी रोड स्थित सेंट एंड्रयू हॉल में शनिवार दोपहर जमकर बवाल हो गया। यहां विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के लोगों ने एक कार्यक्रम धर्मांतरण होने का आरोप लगाते हुए उसे बंद करा दिया।
विहिप और बजरंग दल की ओर से सरदारपुरा थाना में धर्म परिवर्तन की साजिश का मामला भी दर्ज कराया, जिसके बाद यहां पुलिस जाप्ता पहुंचा। सरदारपुरा थाना इंचार्ज सोम करण ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद के लोग थाने पहुंचे और सूचना दी कि सेंट एंड्रयूज की ओर से सरदारपुरा में धर्मांतरण किया जा रहा है। मामले की जांच कर रहे हैं।
सेंट एंड्रयू हॉल के गेट पर बजरंग दल और विहिप के लोगों ने दोपहर 12.22 बजे हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया। पुलिस ने मामले को शांत कराया।
विहिप नेता पंडित राजेश दवे ने आरोप लगाया कि सेंट एंड्रयू हॉल में धर्मांतरण किया जा रहा है। हिंदू धर्म के करीब 250 गरीब और भोले-भाले लोगों को प्रलोभन दिया गया है। हमें यह कार्यक्रम होने की सूचना मिली तो हम और बजरंग दल के लोग आगे आए।
दवे ने कहा कि यह प्रोग्राम 25 मार्च तक चलना था। अंदर हॉल में बोर्ड पर लिखा है कि यह रूपांतरण का कार्यक्रम है। इनकी किताबों में लिखा है कि सभी जातियों को चेला (शिष्य) बनाया जाए। किताब में 30-30 हजार रुपए के चेक देने के बात भी लिखी है। कार्यक्रम के लिए कुड़ी, बासनी और बांसवाड़ा से भी लोग बुलाए गए।
हॉल में लगे पोस्टर के अनुसार कार्यक्रम का आयोजन मिशन इंडिया बाइबल कॉलेज की ओर से किया जा रहा है। यह 10 दिन का कार्यक्रम है जो 16 मार्च को शुरू हुआ और 25 मार्च तक चलना है। कार्यक्रम का नाम ट्रांसफोर्मेशन-2023 रखा गया है। यहां लगे पोस्टर में लिखा है- क्राइस्ट इन मी द होप ऑफ नेशन। कार्यक्रम की थीम ट्रांसफोर्मेशन लीडरशिप और ट्रांसफोर्मिंग पीपल एंड कम्यूनिटीज लिखी गई है।
विहिप और बजरंग दल की महिला कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में शामिल महिलाओं को घेर लिया। महिलाएं आपस में बहस करने लगी। हिंदू कार्यकर्ता महिला धर्मांतरण की बात कह रही थीं तो कार्यक्रम में शामिल महिलाओं का कहना था कि यह धर्मांतरण नहीं, रूपांतरण है।
कार्यक्रम में मिले एक रजिस्टर में हाथ से लिखे पॉइंट्स पर भी विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ऐतराज उठाया। आयोजकों ने कहा कि उनका लक्ष्य समाज सुधार है। ज्ञान की बातें बता रहे हैं। नशामुक्ति की बात कर रहे हैं। हिंदू संगठन के लोगों ने रजिस्टर दिखाकर कहा कि इसमें नशा मुक्ति को लेकर कुछ भी नहीं लिखा है। आयोजक ने कहा कि धर्मांतरण को लेकर भी कुछ नहीं लिखा है।
कार्यक्रम में शामिल हुए एक व्यक्ति ने बताया कि कार्यक्रम में यह बताया जा रहा था कि हमें कर्ज नहीं लेना चाहिए, कभी लोन नहीं लेना चाहिए। अपनी जरूरतों को इतना नहीं बढ़ा लेना चाहिए कि हमें लोन लेना पड़े और फिर हम किस्त न चुका पाएं। कर्ज नहीं चुका पाने पर लोग सुसाइड कर लेते हैं। ढकोसलों के पीछे भागते हैं, जिसके कारण उनके जीवन में दुख आता है और फिर उन्हें कोई रास्ता या कोई सहारा नहीं मिलता।
कार्यक्रम को जबरन बंद कराने के बाद विहिप और बजरंग दल के लोगों को पुलिस ने बाहर निकाला। इन लोगों ने गेट पर ही धर्मांतरण बंद करो के नारे लगाना शुरू कर दिया और फिर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया।
प्रार्थना सभा में शामिल लोगों में से अधिकतर हिन्दू लोग शामिल थे। कार्यक्रम का नाम रूपांतरण रखा गया था। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। इसी को लेकर विहिप ने विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि पैसा देने का लालच देकर इन लोगों को बुलाया जा रहा है और धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है।

