Saturday, December 2, 2023
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राहुल का चुप रखने की हुई पुख्ता तैयारी !

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी औऱ कारोबारी गौतम अडानी के संबंधों पर अब आगे कुछ और न बोलने देने की पुख्ता तैयारी की जा रही है। भाजपा नेता उनकी संसद सदस्यता रद्द करने का सरकार पर दबाव बना रहे हैं तो गृह मंत्रालय पुलिस के जरिये उनकी बोलती बंद करने की योजना बना रहा है। उधर, संसद में राहुल को लेकर सत्ता औऱ विपक्ष के बीच टकराव चल ही रहा है।  

केन्द्र की योजना के तहत ही नोटिस देने का महज तीन दिन बाद ही आज दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के घर पहुंच गए। कश्मीर में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल के बयान पर पुलिस ने उनसे पूछताछ की। करीब दो घंटे के इंतजार के बाद पुलिस की राहुल गांधी से मुलाकात हुई। स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि दिल्ली पुलिस की मीटिंग राहुल गांधी के साथ हो गई है। हमने जो जानकारी उनसे मांगी है, वे उसे हमारे साथ साझा करेंगे। उन्हें फिर से एक नोटिस दिया गया है, जिसे उनके कार्यालय ने प्राप्त किया है।

16 मार्च को दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को नोटिस दिया था, लेकिन राहुल ने उसका कोई जवाब नहीं दिया। इसपर दिल्ली पुलिस आज उनके घर जा पहुंची। इस दौरान राहुल गांधी के घर के बाहर खड़े कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि राहुल गांधी ने उनसे कहा कि यात्रा लंबी थी, मुझे कुछ याद नहीं। पुलिस इस मामले में राहुल गांधी का बयान दर्ज करेगी। हालांकि, अभी इसके लिए कोई समय तय नहीं किया गया है। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने कश्मीर में कहा था कि उनसे कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की है। आज भी महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है। बयान कश्मीर में दिए जाने के बावजूद दिल्ली पुलिस राहुल गांधी से उन महिलाओं की जानकारी चाहती है, ताकि कानूनी कार्रवाई की जा सके।

कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ या तो स्वत: संज्ञान या शिकायत के आधार पर नोटिस जारी करने की कोई कानूनी मिसाल नहीं है। कांग्रेस इसे दिल्ली पुलिस के एक अन्य उत्पीड़न उपकरण के रूप में देखती है। कोई एक बयान हो सकता है, लेकिन उसके लिए पीड़ितों के नाम आदि बताने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस का कहना है कि शिकायत द्वेषपूर्ण और फर्जी है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा को समाप्त हुए 45 दिन हो चुके हैं। वे (दिल्ली पुलिस) 45 दिनों के बाद पूछताछ के लिए आ रहे हैं। अगर उन्हें इतनी ही चिंता है तो फरवरी में उनके पास क्यों नहीं गए? राहुल गांधी की कानूनी टीम इसका कानून के अनुसार जवाब देगी। जयराम रमेश के साथ-साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत, कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी भी राहुल गांधी के घर पहुंचे। अभिषेक मनु सिंघवी ने दिल्ली पुलिस के जाने के बाद कहा कि केंद्र सरकार उत्पीड़न कर रही है। बयान के 45 दिनों के बाद दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति है। राहुल गांधी से पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस के उनके घर पहुंचने पर आप नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम तो हमेशा से यह बात कहते रहे हैं कि केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

इस मामले में एक संसदीय पैनल की बैठक में शनिवार को राहुल गांधी ने लंदन में अपने भाषण के बारे में विस्तार से बात की। भाजपा ने आरोप लगाया कि उन्होंने विदेश में लोकतंत्र पर सवाल उठाकर देश का अपमान किया है। सूत्रों के अनुसार वायनाड के सांसद ने इस पर कहा कि उन्होंने केवल भारत के लोकतंत्र के बारे में सवाल उठाए और इसके लिए उन्हें “राष्ट्र-विरोधी” करार नहीं दिया जा सकता। विदेश मंत्रालय की अध्यक्षता वाली एक संसदीय सलाहकार समिति में राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उन्होंने किसी अन्य देश को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए नहीं कहा है।

राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान पर संसद में हंगामा मचा हुआ है। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि वे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को तब तक सदन में बोलने नहीं देंगे, जब तक कि वे लंदन में भारतीय लोकतंत्र पर की गई अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांग लेते। बजट सत्र का पहला हफ्ता दोनों सदनों में विरोध और नारेबाजी के कारण नहीं चला। भाजपा राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है तो विपक्ष अडाणी समूह के खिलाफ अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) पर अड़ा हुआ है। 

इधर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर शिकायत की है कि राहुल का भाषण किसी भी भारतीय और खासकर सांसद के आचरण पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। ऐसे में विशेष कमेटी बनाकर राहुल के आचरण की जांच की जाए और उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द की जाए।

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