केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भरतपुर संभाग के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजस्तान के कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोलने के साथ-साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के विवाद पर तीखा कटाक्ष भी किया। उन्होंने कहा, पायलट साहब आप कितना भी करो पर आपका नंबर नहीं आएगा। आपका कंट्रीब्यूशन जमीन पर ज्यादा हो सकता है, लेकिन कांग्रेस के खजाने में गहलोत साहब का कंट्रीब्यूशन ज्यादा है।
सीएम गहलोत की खिंचाई करते हुए शाह कहा, उन्होंने राजस्थान को थ्री डी सरकार दी है। पहला डी यानि दंगे, दूसरा डी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और तीसरा डी दलितों पर अत्याचार का है। यह थ्रीडी सरकार राजस्थान की जनता नहीं रहने देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को राजस्थान की जनता ने सत्ता दे दी। अभी दोनों लोग सत्ता के लिए लड़ रहे हैं। गहलोत सीट से उतरना नहीं चाहते और पायलट को बैठने नहीं दे रहे। अरे भाई काहे को लड़ रहे हो राजस्थान में भाजपा की सरकार बन रही है। पायलट आप कोई भी बहाना करके धरने पर बैठ जाएं मगर आपका नंबर कभी नहीं लगेगा। गहलोत की भ्रष्ट सरकार ने राजस्थान को लूटने का काम किया है और लूटा हुआ पैसा कांग्रेस के खाते में गया है।
शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं से गहलोत सरकार को 2024 से पहले का ट्रेलर दिखा देने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने भर्ती परीक्षाओं पर कहा कि गहलोत सरकार में 2 दर्जन से ज्यादा परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। फिर भी गहलोत साहब सत्ता में बने रहना चाहते हैं। मैं पूछता हूं कि आपको इन पेपर लीक्स की सेंचुरी लगानी है क्या? यह तुष्टीकरण में टॉप मार्क लेने वाली सरकार है। श्री कृष्ण की भूमि पर अवैध खनन को रोकने के लिए बाबा विजय दास जी को आत्महत्या तक करनी पड़ी। छबड़ा, भीलवाड़ा, करौली, जोधपुर, चित्तौड़गढ़, नोहर, मेवात, मालपुरा, जयपुर में सुनियोजित दंगे हुए, लेकिन गहलोत सरकार वोट बैंक के लालच में कोई कड़े कदम नहीं उठाती।
इस कार्यक्रम में पूर्वी राजस्थान के 4 जिले और 19 विधानसभाओं के 8640 बूथ अध्यक्ष और महामंत्री तथा 24 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मंच पर अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सांसद गजेंद्र शेखावत, सांसद अर्जुन मेघवाल, सांसद कैलाश चौधरी, संगठन मंत्री ओम प्रकाश माथुर, सह प्रभारी विजाया राहटक, सांसद राजेंद्र गहलोत, सांसद संजीव बालियान, सांसद कनकमल कटारा, सांसद रंजीता कोली, सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया तथा सांसद मनोज राजोरिया मौजूद रहे।

