कोटा में चंबल नदी के किनारे बनी रिवर फ्रंट का निरीक्षण करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) सेंट्रल जोन भोपाल की टीम कोटा पहुंची है। यह टीम 2 दिन जांच करेगी। चार सदस्य टीम ने आज रिवर फ्रंट का निरीक्षण किया। टीम अपनी रिपोर्ट एनजीटी में पेश करेगी। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के ड्रीम प्रोजेक्ट चम्बल रिवर फ्रंट को कोटा यूआईटी ने 1500 करोड़ की लागत से तैयार किया है, लेकिन अजमेर निवासी अशोक मलिक और द्रुपद मलिक ने एनजीटी में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि रिवर फ्रंट पूर्णतः वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट का उल्लंघन है।