पीएम मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज पेट्रोल (patrol) के मुद्दे पर टकरा गए। मोदी ने राजस्थान में पेट्रोल की कीमत की तुलना उत्तर प्रदेश, हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों से करते हुए ऐलान किया कि भाजपा सरकार बनते ही इसकी समीक्षा की जाएगी। इसपर गहलोत ने कहा कि उन्हें इस बात का अहसास है, लेकिन इसके पीछे राजस्व की मजबूरी है। उन्होंने केंद्र सरकार पर टैक्स में हिस्सेदारी घटाने का आरोप लगाया।
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गहलोत ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पेट्रोल-डीजल पर बेसिक एक्साइज में राज्यों की हिस्सेदारी कम कर दी गई है। उन्होंने कहा, ‘वे झूठ बोल रहे हैं। केंद्र सरकार बड़ा खेल खेल रही है। समझने की बात है, बेसिक एक्साइज ड्यूटी होती है करोड़ों, अरबों के अंदर। इसका नियम बना हुआ है…सब राज्यों में इसका बंटवारा होता है। केन्द्र सरकार ने इसको लगभग खत्म कर दिया। नई एक्साइज ड्यूटी, अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी और सेस को बढ़ा दिया। वह राज्यों में बंटवारा नहीं होता है। मोदी केंद्र का खजाना भर रहे हैं, उससे शासन कर रहे हैं। धोखा तो वह दे रहे हैं जनता को। राज्यों की अपनी मजबूरियां होती हैं। पीएम मोदी ने भरतपुर की रैली में कहा कि यूपी में पेट्रोल 97 रुपए के आसपास है, गुजरात में 97 के आसपास है, हरियाणा में एक लीटर पेट्रोल 97 रुपए का है, लेकिन राजस्थान सरकार 109 रुपए ले रही है। हर लीटर पर 12-13 रुपए ज्यादा ले रही है। राजस्थान में पेट्रोल की कीमत 109 रुपए लीटर है, लेकिन पड़ोस के हरियाणा में 96-97 रुपए होता है।