टीवी के रियल्टी शो….सेटिमेंट उभारने को अजीबो-गरीब ड्रामा करते हैं…ड्रामा भी ऐसा कि अखरने लग जाए…शो की कांटिन्यूटी बिगाड़ दे…कन्टेस्टेंट की निजी बातों, खासकर समस्याओं, को एक बार दिखा दो, चलेगा….पर हर बार कन्टेस्टेंट स्क्रीन पर आया नहीं कि उसकी निजता को किस्तों में दिखाना शुरू हों जाता है…बार-बार वही बातें टीवी-व्यूअर्स को बोर कर देती हैं….कन्टेस्टेंट के निजी मसले की गंभीरता हल्के में ली जाने लगती है….सोनी पर इस समय एक डांसर शो आ रहा है, इंडिया का बेस्ट वाला….ये शो भी सेंटी-ड्रामा वायरस से पूरी तरह संक्रमित है….
